बागपत. उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े का बड़ा खेल उजागर हुआ है. राज्य में माफिया ने सिस्टम को ठेंगा दिखाते हुए प्रयागराज से सहारनपुर जनपद तक के पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में एक ही नाम से विज्ञान विषय की पूर्णकालिक पांच शिक्षिकाओं की नियुक्तियां करा दी. उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज की नाक के नीचे हुए इस घोटाले की जिम्मेदारों को भनक तक नहीं लगने दी, लेकिन अब इस फर्जीवाड़े से पर्दा उठा तो हल्ला मच गया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.


जानकारी के अनुसार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रामनगर, जनपद अंबेड़करनगर, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भैसराऊ, जनपद सहारनपुर, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बड़ौत, जनपद बागपत, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बिजौली, जनपद अलीगढ़ व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सौरांव, जनपद प्रयागराज में पूर्णकालिक शिक्षिका, विज्ञान विषय के पद पर अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद्र शुक्ला, मैनपुरी जनपद की नियुक्ति हुई है।


उधर, समग्र शिक्षा, लखनऊ के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने प्रयागराज, अलीगढ़, मेरठ और अयोध्या मंडल के सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) को पत्र लिखकर निर्देश दिए कि पांचों कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पूर्णकालिक शिक्षिका विज्ञान के पद पर अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद्र शुक्ला के शैक्षिक अभिलेखों के आधार पर अनियमित नियुक्ति कर मानदेय भुगतान कराया जा रहा है। संबंधित विद्यालयों में अनामिका शुक्ला नाम से पूर्णकालिक शिक्षिका विज्ञान के पद पर नियुक्त शिक्षिका के मूल शैक्षिक, निवास एवं पहचान पत्र से मिलान करते हुए जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए। संबंधित शिक्षिकाओं के विरुद्ध एफआइआर भी दर्ज कराई जाए।


बागपत से हटाई गई शिक्षिका


जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजीव रंजन मिश्र ने बताया कि जानकारी होते ही कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बड़ौत में तैनात शिक्षिका अनामिका शुक्ला को तत्काल प्रभाव से हटाकर अभिलेखों की जांच शुरू कर दी है। शिक्षिका को मानदेय वेतन जारी नहीं हुआ है। इसकी नियुक्ति 31 दिंसबर 2019 को हुई थी। इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।