Pauri News: उत्तराखंड के पौड़ी में गर्मी का दौर शुरू होते ही अब पेयजल के किल्लत  (Water Scarcity) की समस्या से निपटने के लिये जल संरक्षण एवं जल संवर्द्धन के प्रयास भी शुरू कर दिये गये हैं ताकि इसबार ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना न करना पड़े. यहां जिले के कोट ब्लाक के कोटसाडा गांव में जल संरक्षण के लिये प्राकृतिक जल स्त्रोत का जिर्णोद्वार वित्त योजना के जरिये कोट ब्लॉक कार्यालय द्वारा किया गया है जिससे ग्रामीणों को बूंद बूंद पानी के लिये मोहताज न होना पड़े. जल संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिये किए गए कार्य का निरीक्षण जिलाधिकारी पौड़ी ने अपने स्थलीय भ्रमण के दौरान किया.


अन्य विभागों को भी दिया निर्देश
जिलाधिकारी ने जल संरक्षण के इस प्रयास पर संबंधित विभाग की सराहना की और अन्य ब्लॉकों को भी इस तरह से ही जल संरक्षण एवं सर्वद्धन का कार्य शुरू करने के निर्देश दिये जिससे स्थानीय लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल की आपूर्ति तो हो ही पाये साथ ही साथ कृषि सिंचाई के लिए भी जल की उपलब्धता निरंतर बनी रहे. जिलाधिकारी को कनिष्ठ अभियंता लघु सिंचाई अनिल कुमार त्रिपुरी ने बताया कि 15वीं वित्त योजना के अंतर्गत इस कार्य को लगभग 1 लाख 65 हजार की लागत से किया गया है.


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जिलाधिकारी ने क्या कहा
पौड़ी के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदण्डे ने बताया कि कोट ब्लॉक के कोटसाड़ा गांव में प्राकृतिक स्रोत का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा था जिसको लेकर जल संरक्षण एवं संवर्द्धन का कदम उठाया गया और अब कोटसाडा गांव के आस-पास के गांवों को भी जल संरक्षण एवं संर्वद्धन होने का फायदा मिला है. वहीं विभाग अब ऐसे ही प्राकृतिक स्रोतों का चयन भी कर प्राकृतिक स्रोतों के जिर्णोद्धार का कार्य कर रहा है जिससे लोगों को पेयजल संकट से दो चार न होना पडे़.


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