Ram Vilas Vedanti On Narendra Giri: बीजेपी (BJP) के पूर्व सांसद और अयोध्या (Ayodhya) के वरिष्ठ संत राम विलास वेदांती ने नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत को लेकर बड़े सवाल उठाए हैं. उन्होंने प्रयागराज (Prayagraj) के आईजी से लेकर अन्य पुलिस अफसरों और एक बिल्डर का भी नाम लिया है. साथ ही उन्होंने नरेंद्र गिरि के कथित सुसाइड नोट को लेकर भी सवाल उठाया है. वेदांती ने कहा कि कोई जमीन थी जिसे किसी बिल्डर को 8 करोड़ रुपए में बेच दी गई थी. वह बिल्डर लगातार नरेंद्र गिरी को जमीन खाली करने के लिए धमका रहा था. बिल्डर बुलडोजर से उसकी चारदीवारी गिरवाने की धमकी भी देता था. 


इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि चारों ओर से फाटक बंद था. जहां रोज सोते थे वहां सोते हुए भी नहीं मिले. आखिर दूसरी जगह सोने के लिए क्यों गए बाहरी लोग कैसे आ गए. वेदांती ने कहा कि मैं चाहता हूं जल्दी से सीबीआई की जांच हो. संतों, महामंडलेश्वरों और निरंजनी अखाड़ा के मन में जो संशय है. संशय को लेकर जब तक जांच नहीं होगी तब तक कुछ भी समाधान नहीं हो सकता.


वेदांती ने सवाल किया कि आईजी केपी सिंह सबसे पहले वहां क्यों पहुंचे. वहां का दारोगा सबसे पहले क्यों नहीं आया. डीएम क्यों नहीं आया और वहां का एसएसपी क्यों नहीं आया. जिन लोगों का नाम आया है ऐसे लोगों को कटघरे में खड़ा किया जाए और उनसे पूछताछ की जाए. इसके लिए मौजूदा पुलिस अधिकारियों को हटाकर दूसरे पुलिस अधिकारियों की नियुक्ति की जाए और सुव्यवस्थित तरीके से पूछताछ की जाए.


"फर्जी है सुसाइड नोट"
वेदांती ने कथित सुसाइड नोट को फर्जी भी बताया है. उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट बिल्कुल गलत है. ये नरेंद्र गिरि का लिखा हुआ नहीं है. उन्होंने सुसाइड नोट में हस्ताक्षर होने को लेकर भी बड़े सवाल उठाए.



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