UP Nikay Chunav: निकाय चुनाव में आवारा पशुओं का मुद्दा उठाएगी RLD, बीजेपी को घेरने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं क्योंकि तारीखों की घोषणा कभी भी हो सकती है. स्थानीय स्तर पर कई ऐसे मुद्दे हैं जिसपर विपक्षी सरकार को घेर सकती है.
UP News: निकाय चुनाव (Nikay Chunav) में बीजेपी की घेराबंदी के लिए आरएलडी-सपा गठबंधन (RLD-SP Coalition) बड़ा सियासी हथियार हाथ लग गया है. फसलों की बर्बादी और लोगों की जान का दुश्मन बनते जा रहे आवारा पशुओं के मुद्दे पर आरएलडी पश्चिमी यूपी में बड़ा आंदोलन करने जा रही है. महंगाई और बेरोजगारी के साथ आवारा पशुओं का मुद्दा भी उठेगा. नगर पालिका और नगर पंचायत में मुद्दे को उठाया जाएगा जिससे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हर गांव और उसके गली में बढ़ती बेसहारा पशुओं की तादात ना सिर्फ किसानों की चिंता बढ़ा रही है बल्कि बीजेपी के खिलाफ भी गुस्से में इजाफा हो रहा है. बिजनौर, शामली और बागपत के आवारा पशुओं से तीन जान ले ली थी. आरएलडी नेताओं ने जयंत चौधरी को बड़ा प्लान बनाकर भेज दिया है और अब आरएलडी इस पर बीजेपी के खिलाफ और मुखर होने जा रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों की बात हो या फिर शहरी इलाकों की, ग्रामीण इलाकों में किसानों की खून पसीने की कमाई आवारा पशुओं के झुंड बर्बाद कर रहे हैं. किसान सुबह और शाम खेतो के पहरा दे रहें हैं. बावजूद इसके फसलों की बरबादी नहीं रुक रही है.
बीजेपी नेता पंकज सिंह ने पशुओं को मुद्दा बनाने पर कही यह बात
आवारा पशुओं का मुद्दा अब छोटा मुद्दा नहीं रहा, बल्कि बड़ा मुद्दा बन गया है. बीजेपी ने आवारा पशुओं की रोकथाम को जो गोशाले बनाई वो नाकाफी हैं. अब आरएलडी द्वारा इ मुद्दे पर बड़ा आंदोलन करने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह का कहना है कि बेवजह के मुद्दे पार्टी उठा रही है और ये पुरानी सरकारों की देन है. हमने आवारा पशुओं के लिए पांच साल में बहुत कुछ किया है. चूंकि नगर निकाय चुनाव में नगर निगम के साथ नगर पालिका और नगर पंचायते भी शामिल हैं और ये ग्रामीणों इलाकों का आधार हैं. ऐसे में आरएलडी का ये आंदोलन बीजेपी की राह का रोड़ा बन सकता है.
ये भी पढ़ें -
Amroha: अमरोहा के इस गांव ने आजादी के 75 साल बाद देखी बिजली की रोशनी, DM ने लगवाया सोलर प्लांट