Lucknow News: प्रदेश सरकार इस समय कोविड के खतरे से निपटने के लिए अपनी तैयारियों को मुकम्मल करने में लगी है. अस्पतालों में बेड, वेंटीलेटर, आईसीयू, ऑक्सीजन प्लांट समेत अन्य व्यवस्थाओं को देखने के लिए मॉक ड्रिल भी किया गया, लेकिन इस लड़ाई में जो एक बड़ा हथियार वैक्सीन है. अब उसी की कमी का संकट खड़ा हो गया है. एक तरफ अचानक से कोविड वैक्सीन की मांग बढ़ गयी है, तो दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश भर में वैक्सीन की कमी हो गयी है.


राजधानी लखनऊ की बात करें, तो कोविशील्ड वैक्सीन का बिल्कुल भी स्टॉक नहीं है. इसी तरह स्पुतनिक या कार्बोवेक्स वैक्सीन भी नहीं लगाई जा रही है. यहां सिर्फ कोवैक्सीन ही बची है वो भी बहुत कम स्टॉक बचा है. इस समय लखनऊ में सिर्फ 4 जगह वैक्सीनेशन हो रहा है. लोहिया संस्थान, सिविल अस्पताल, लोकबंधु अस्पताल और हाईकोर्ट. इसमे से हाईकोर्ट में वैक्सीनेशन के लिए बाहरी आम आदमी जा नहीं सकता.


वैक्सीन की कमी के चलते बाकी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा शिक्षा के संस्थानों में वैक्सीनशन बंद है. विभागीय सूत्रों की माने तो लखनऊ में सिर्फ 2 से 3 दिन की वैक्सीन का ही स्टॉक बचा है. करीब 1 हफ्ता पहले लखनऊ के लिए वैक्सीन की मांग भेजी गई थी, लेकिन अब तक वैक्सीन नहीं आई.


36 लाख डोज लगना अभी बाकी
लखनऊ में 1 करोड़ 31 लाख वैक्सीन डोज के मुकाबले अब तक 95 लाख ही वैक्सीन लगी है यानि करीब 36 लाख वैक्सीन डोज लगना बाकी है. इसी के साथ इन 36 लाख डोज में करीब 34 लाख तो सिर्फ बूस्टर डोज लगनी हैं. वहीं करीब 3 लाख, 74 हज़ार 441 लोगों ने दूसरी डोज तक नहीं लगवाई है. 


ये हालात सिर्फ लखनऊ के नहीं बल्कि प्रदेश भर में हैं. कई जिलों में तो इससे भी बुरी स्थिति है. असल में जब कोरोना हल्का पड़ा तो लोग भी लापरवाह हो गए और वैक्सीनशेन कम होने लगा. मांग कम हुई तो स्वास्थ्य विभाग ने भी वैक्सीन मंगाना कम कर दिया, लेकिन पिछले करीब 10 दिन से फिर वैक्सीन की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. इस मामले में लखनऊ के एसीएमओ और राजधानी में वैक्सीनेशन के प्रभारी डॉ. एमके सिंह का कहना है कि वैक्सीन की डिमांड भेजी जा चुकी है. जैसे ही वैक्सीन आएगी, वैक्सीनेशन के लिए अभियान चलाया जाएगा.


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