Kisan Mahapanchayat in Muzaffarnagar: संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) आज मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) करेगा. किसान मोर्चा का मिशन यूपी-उत्तराखंड (Mission UP-Uttarakhand) की शुरुआत होगी. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के मकसद से संयुक्त किसान मोर्चा आज मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत करने जा रही है. इसी के साथ किसान मोर्चा का मिशन यूपी-उत्तराखंड की शुरुआत हो जाएगी. हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को एबीपी गंगा से कहा कि, महापंचायत में कोई राजनितिक मुद्दा नहीं रहेगा सिर्फ किसानों की बात होगी. हम किसी चुनाव में नहीं जा रहे हैं और ना ही हमारा चुनाव से कुछ लेना देना है.


किसानों का शक्ति प्रदर्शन


इसी इलाके से आने वाले बड़े किसान नेता राकेश टिकैत के लिए महापंचायत शक्ति प्रदर्शन का जरिया भी माना जा रहा है. किसान महापंचायत जीआईसी मैदान में सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी. 20 किसान नेता और 20 खाप प्रधान बोलेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के मुताबिक, महा पंचायत की तैयारी पूरी हो चुकी है. देश भर के किसान इसमें शामिल होंगे. करीब 5 लाख किसानों को जुटाने का लक्ष्य है. संयुक्त किसान मोर्चा के सूत्रों के मुताबिक किसान महापंचायत को आंदोलन से जुड़े प्रमुख किसान नेताओं के अलावा विभिन्न खापों के प्रधान भी संबोधित करेंगे.


संयुक्त किसान मोर्चा का मिशन यूपी-उत्तराखंड


बड़े किसान नेताओं में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव,  दर्शनपाल, बलबीर सिंह राजेवाल आदि होंगे. मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने यूपी-उत्तराखंड में बीजेपी को हराने के लिए मिशन यूपी-उत्तराखंड तैयार किया है. इसके तहत इन दोनों राज्यों में कई छोटी-बड़ी सभाओं के जरिए किसान नेता बीजेपी के विरोध में प्रचार करेंगे. इससे पहले पश्चिम बंगाल, असम, केरल विधानसभा चुनाव में भी एसकेएम के नेता बीजेपी के खिलाफ अभियान चला चुके हैं.


महापंचायत के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त 


महापंचायत के लिए प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) की छह कंपनियां और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियां तैनात की जाएंगी. सहारनपुर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि, कार्यक्रम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी, जबकि पांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), सात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) और 40 पुलिस निरीक्षक सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात रहेंगे. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के महासचिव और कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान मोर्चा के सदस्य युद्धवीर सिंह ने कहा कि, किसान महापंचायत में केंद्रीय कृषि कानून, गन्ना समर्थन मूल्य और बिजली आपूर्ति जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.



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