Gorakhpur: बीजेपी नेता प्रकाश राय की हत्या मामले में खुलासा, रिटायर्ड CRPF जवान ने इसलिए मारी थी गोली
Gorakhpur News: गोरखपुर में बीजेपी नेता की हत्या 23-24 मई की रात को कर दी गई थी. ये एकदम ब्लाइंड मर्डर केस था, जिसमें आरोपी के बारे में किसी को नहीं पता था. पुलिस ने ऐसे मामले का खुलासा किया.
Gorakhpur Murder: यूपी के गोरखपुर में 11 दिन पहले हुई बीजेपी किसान मोर्चा के गोला मंडल के मंत्री नित्य प्रकाश राय की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में सीआरपीएफ (CRPF) से रिटायर्ड जवान और उनके करीबी दोस्त को गिरफ्तार किया है. पुलिस (Police) के मुताबिक आरोपी का कहना है कि मृतक सीआरपीएफ से रिटायर्ड जवान के घर और एकेडमी की महिलाओं पर बुरी नजर रखता था, जिसकी वजह से उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
दरअसल बीजेपी नेता नित्य प्रकाश राय की 23-24 मई की रात को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद भी हत्यारा दोस्त उसे लेकर मृतक के परिजनों के साथ अस्पताल, अंतिम संस्कार और उसके क्रियाकर्म का कार्ड छपवाने और बंटवाने तक साथ रहा, ताकि पुलिस को उस पर किसी तरह से शक न हो सके.
बीजेपी नेता की हत्या का खुलासा
गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने घटना का खुलासा करते हुए बताया, गोला थानाक्षेत्र के मल्लीपुर सहडौली गांव में 23-24 मई की रात में 60 साल के नित्य प्रकाश राय की गोली मारने की सूचना मिली थी. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर करने के बाद रातभर उनका वहां उपचार चला. सुबह 6.30 बजे चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटनास्थल का निरीक्षण उनके और अधिकारियों के द्वारा किया गया. इस घटना के संबंध में परिजनों ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया था
एसएसपी ने बताया कि ये एकदम ब्लाइंड मर्डर की घटना रही है. इसमें किसी को गोली चलाते हुए नहीं देखा गया. गोली की आवाज पड़ोसियों ने सुनी थी. जब तक वो घटनास्थल तक पहुंचे बाइक सवार वहां से फरार हो गया था. घटनास्थल के निरीक्षण से किसी परिचित और करीबी द्वारा वारदात को अंजाम देने का सुराग लगा. गांव से मृतक के आचरण के बारे में जानकारी हासिल की गई. परिजनों से बातचीत के बाद सामने आया कि उनके सबसे अधिक घनिष्ठ दोस्त सीआरपीएफ से रिटायर्ड दिलीप सिंह हैं. घटना होने के बाद इलाज और अंतिम संस्कार में भी दिलीप सिंह शामिल रहा.
घर की महिलाओं पर थी बुरी नजर
जांच में पता चला कि मृतक का आचरण काफी खराब रहा है. दिलीप सिंह के परिवार की महिलाओं के साथ दिलीप सिंह की एकेडमी की महिलाओं पर भी उनकी बुरी नजर रही है. इसके पहले भी एक-दो जगह से उनके आचरण को लेकर शिकायत आई थी. पुलिस ने जब दिलीप सिंह से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया और बताया कि नित्य प्रकाश की उनके घर की महिलाओ और अकेडमी की महिला पर बुरी नजर थी. उसे सबक सिखाने के लिए वो रात में दिलीप सिंह को जख्मी करन की नीयत से मिर्च पाउडर और हथौड़ा लेकर गया था, लेकिन इस बीच उनकी लाइसेंसी बंदूक चल गई और गोली नित्य प्रकाश को लग गई.
इस ब्लाइंड मर्डर का एसपी साउथ, सीओ गोला के नेतृत्व में एलआईयू टीम, एसएचओ गोला, उनके थाने की टीम और एलआईयू को 25 हजार रुपए का पुरस्कार दिया गया है. इन्हें जेल भेजा जा रहा है. रिकवर हुए वैपन को फारेंसिंक जांच के लिए एविडेंस के रूप में भेजा जाएगा. मृतक के दो बेटे हैं. उनका एक बेटा विदेश में और एक बेटा गाजियाबाद में रहता है. आरोपी सीआरपीएफ से रिटायर्ड रहा है. वो मृतक का सबसे घनिष्ठ मित्र रहा है. आरोपी का कहना है कि वो उसे मारना नहीं चाहता था.
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