Firozabad News: पढ़िए, दो मासूम बच्चे की कहानी, कैसे माता-पिता की मौत के बाद चाची ने भीख मांगने के लिए किया मजबूर
UP News: माता-पिता के मरने के बाद चाची ने घर पर कब्जा कर दो मासूम बच्चों को भिखारी बना दिया. ऐसा करना, चाची को उस समय उल्टा पड़ गया जब पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया.
UP Latest News: यूपी के फिरोजाबाद के हिमायूंपुर क्षेत्र में रहने वाला दो मासूम पढ़ने और खेलने की उम्र में भीख मांगने को मजबूर है. इनमें से एक की उम्र 10 साल और दूसरे की 12 साल है. दोनों की उम्र पढ़ने वाले बच्चे की है लेकिन दोनों सड़कों पर भीख मांगने के लिए मजबूर हैं. दोनों को यह सब इसलिए करना पड़ रहा था, क्योंकि उनकी चाची प्रीति ने उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर किया. प्रीती ने दोनों से कहा कि अगर वह भीख मांग कर 500 रुपये रोज नहीं लाएंगे तो वह उन्हें घर में घुसने नहीं देगी. यहां तक कि खाना पीना भी नहीं देगी. इसकी वजह से वह दोनों बच्चे भीख मांगने को मजबूर हैं.
दरअसल, दोनों बच्चों की मां की मौत 7 साल पहले हो गई थी. पिता होमगार्ड में थे. उनकी भी 1 साल पहले मृत्यु हो गई. दोनों की मौत के बाद दोनों बच्चों की जिम्मेदारी इनकी चाची प्रीति पर आ गई जो कि इनके घर पर ही रहती थी. मां-बाप के मरने के बाद उनकी चाची और चाचा ने मकान पर कब्जा कर लिया. चाचा-चाची को दोनों बच्चे बोझ लगने लगे. उन्होंने बच्चों से कहा कि जब तक वह है भीख मांग कर 500-500 रुपए उसे रोज लाकर नहीं देंगे तो वह उन्हें घर में घुसने नहीं देगी.
भीख मांगने को मजबूर बच्चों ने छोड़ा घर
यही वजह है कि बच्चे भीख मांगने के लिए मजबूर हुए. वर्तमान में हालात यह है कि दोनों कड़कड़ाती ठंड में बस स्टैंड के अंदर भीख मांगने के लिए मजबूर हैं. भीख में रुपये मिल जाते थे तो वह घर चले जाते थे लेकिन कई दिनों से उन्हें भीख भी नहीं मिल रही थी.चाचा-चाची के डर से उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और बस स्टैंड के समीप रैन बसेरे में सोने लगे.
जब इस बात की जानकारी छोटू फाउंडेशन नाम की संस्था को मिली तो उसने चाइल्डलाइन और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को इसकी जानकारी दी. दोनों की टीमें बस स्टैंड के अंदर पहुंची और रेस्क्यू करना शुरू किया. दोनों बच्चे वहां भीख मांगते मिले. जब बच्चों से पूरी बात की जानकारी ली तो उन्होंने आपबीती बयां की और बताया कि उनके माता-पिता की मौत के बाद उनके घर पर उसके चाचा चाची ने कब्जा कर लिया और उनकी चाची प्रीति उनके साथ मारपीट करती है. वह कहती हैं कि जब तक वह 500-500 रुपये रोज लाने पर ही घर में घुसने की इजाजत है.
चाची के खिलाफ मुकदमा दर्ज
इसके बाद एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट अधिकारी ने थाना दक्षिण में बच्चों का शोषण करने और उनसे भीख मंगवाने वाली उनकी चाची प्रीति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. इतना ही नहीं, थाना दक्षिण की महिला पुलिस ने तत्काल बच्चों के घर जाकर उनकी चाची को गिरफ्तार किया जो कि बच्चों से भीख मंगवाने का काम करती थीं.
एसपी सिटी फिरोजाबाद सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया की चाइल्ड लाइन और एएसटीयू की टीम द्वारा रेस्क्यू करके दो बच्चों को बस स्टैंड के अंदर से बरामद किया गया है. दोनों को उनकी चाची भीख मंगवाने के लिए मजबूर करती थी. थाना दक्षिण में चाचा-चाची के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. चाची को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी और इस तरह की अन्य घटनाओं को लेकर हमारी टीम लगातार काम कर रही हैं. आगे भी ऐसी कोई बात आती सामने आती है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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