कोरोना काल के दौरान राजनेताओं से लेकर स्वास्थ्यकर्मियों के योगदान और उनकी नीतियों पर चर्चा के लिए आपके चैनल एबीपी गंगा ने e-कॉन्क्लेव का आयोजन किया है. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि मार्च 2020 में जब कोरोना की शुरूआत हुई थी तो यूपी में हमारे पास कोई व्यवस्था नहीं थी. आगरा में जब पहला मरीज मिला तो इलाज के लिए हमें उसको दिल्ली भेजना पड़ा. आज लाखों की संख्या में हमारे पास बेड उपलब्ध हैं. 97 हजार से अधिक राजस्व गांवों में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है. 70 हजार से अधिक निगरानी समितियों का गठन किया गया है.


कल तक बोर्ड परीक्षा का निर्णय हो जाएगा- दिनेश शर्मा


बोर्ड की परीक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि कल तक इस बात की जानकारी हो जाएगी. अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को बोलने से पहले यह सोचना चाहिए कि बच्चों के लिए दुनिया में कोई कोरोना का टीका अभी बना नहीं है.


यूपी में पॉजिटिविटी रेट 0.7 फीसदी के आसपास है


दिनेश शर्मा ने कहा कि आज प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 0.7 फीसदी के आसपास है. जून में बड़े स्तर वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. जून महीने में हम एक करोड़ से ज्यादा टीके लगाने जा रहे हैं. बिना किसी भेदभाव के केंद्र सरकार वेक्सीन उपलब्ध करा रही है.


मेडिकल कॉलेजों में मुफ्त इलाज किया जा रहा है- डिप्टी सीएम


यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में मुफ्त इलाज किया जा रहा है. प्राइवेट अस्पतालों में भी दाम तय किए गए. गरीब लोगों को सहायता दी जा रही है. जिनके पास साधन नहीं हैं उन्हें मुफ्त राशन दिया जा रहा है और सामुदायिक किचन चलाकर मुफ्त भोजन की भी व्यवस्था की जा रही है.


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