Brij Bhushan Sharan Singh News: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को यहां कहा कि उनका अब इस खेल से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि उनके पास कई अन्य जिम्मेदारियां हैं जिनमें अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि मैं अब कुश्ती से संन्यास ले रहा हूं.


बृजभूषण ने BJP के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद यह टिप्पणी की. इससे पहले खेल मंत्रालय ने WFI को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया था. WFI के निलंबन का आधार ‘उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना और खिलाड़ियों को तैयारी के लिए नोटिस दिए बिना’ अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की ‘जल्दबाजी में की गई घोषणा’ बताया गया है.


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कैसरगंज से BJP के मौजूदा सांसद हैं बृजभूषण
मंत्रालय ने साथ ही कहा कि नई संस्था ‘पूरी तरह से पूर्व पदाधिकारियों के नियंत्रण’ में काम कर रही थी जो राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुरूप नहीं है. WFI के चुनाव 21 दिसंबर को हुए थे जिसमें बृजभूषण के विश्वासपात्र संजय सिंह और उनके पैनल ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी.


बृजभूषण ने पीटीआई से कहा,‘‘भारत में कुश्ती के संबंध में जो कुछ भी करना है वह निर्वाचित संस्था करेगी. मेरा अब इस खेल से कोई लेना-देना नहीं है. मेरी अन्य जिम्मेदारियां भी हैं, जिन पर मुझे ध्यान देना है. मैं अब इस खेल की राजनीति से दूर रहूंगा.’’ बृजभूषण उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से BJP के मौजूदा सांसद हैं.


बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक सहित देश के चोटी के पहलवानों ने बृजभूषण पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन किया था.


बृजभूषण के करीबी संजय सिंह के WFI के चुनाव में अध्यक्ष पद पर चुने जाने के बाद बजरंग ने शुक्रवार को अपना पद्मश्री पुरस्कार सरकार को वापस लौटा दिया था. इससे पहले गुरुवार को साक्षी मलिक ने इसी कारण से कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा की थी.