Uttar Pradesh News: औरैया पुलिस (Auraiya Police) पर ग्रामीणों ने गंभीर आरोप लगाया है. देर रात भारी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने थाने का घेराव किया. उन्होंने बताया कि पुलिस ने गांव के बेकसूर लड़कों पर गैंगरेप (Gangrape) का मुकदमा दर्ज कर लिया है और दो दिनों से दो लड़कों को थाने में बैठाए हुए हैं. मुकदमा लिखे गए लड़कों में कुछ नबलिग भी हैं. लड़कों ने गांव के बाहर खेतों में एक युवक और महिला का अश्लील हरकत करते वीडियो बना लिया था. इधर थाने में देर रात तक चले हंगामे के बाद भी मौके पर कोई सक्षम अधिकारी नहीं पहुचा. पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया था. महिला ने तहरीर दी थी कि कुछ लोगों ने उसका वीडियो बनाया और वायरल कर दिया था, लेकिन पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है.


कहा जाता है कि पुलिस अगर चाह ले तो मुजरिम को बेकसूर और बेकसूर को मुजरिम बना सकती है. ऐसा ही आरोप एक बार फिर औरैया पुलिस पर लगा है. यहां पुलिस प्रशासन ने गजब का खेल खेलते हुए मंदिर के पुजारी सहित 4 लोगों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन इस मुकदमे को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है और वे इस मुकदमे और पुलिस की कार्यवाही के खिलाफ अंधेरा होते ही थाने में पहुंच गए. इसमें गांव की कई महिलाएं भी पहुचीं और थाने का घेराव कर सही कार्यवाही की मांग करने लगीं.


क्या है पूरा मामला
दरअसल, यह पूरा मामला फफूंद थाना क्षेत्र का है. यहां बीते कुछ दिन पहले गांव के कुछ लड़कों ने एक पुजारी और महिला का खेतों में अश्लील हरकत करते वीडियो बना लिया. वीडियो वायरल होने के बाद महिला ने पुलिस को तहरीर दी कि उसके साथ पुजारी सहित कुछ लड़कों ने बारी बारी से गैंगरेप किया है. मेरा वीडियो भी बनाकर वायरल किया गया. पुलिस ने महिला की तहरीर पर पुजारी सहित 4 लोगों पर नामजद गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर लिया. दर्ज हुए मुकदमे में एक लड़का नाबलिग भी बताया जा रहा है जो हाई स्कूल की पढ़ाई कर रहा है. 


इधर बिना जांच और पूछताछ के दर्ज हुए मुकदमें से नाराज ग्रामीणों ने रात को सैकड़ों की संख्या में थाने में पहुंचकर थाने का घेराव किया. थाने में महिलाओं को देखकर पुलिस के होश उड़ गए. वहीं घंटों तक चले हंगामे के बाद भी थाने में कोई भी सक्षम अधिकारी ग्रामीणों से मिलने नहीं आया. इसके बाद थाना प्रभारी को महिलाओं को समझाने और उचित कार्यवाही की बात कही गई. 


पुलिस पर यह भी आरोप
वहीं पुलिस पर एक आरोप यह भी लगा है कि पुलिस गांव से दो किशोरों को दो दिनों से पकड़कर लाई है और थाने में बैठाए हुए है. ये लड़के बेकसूर हैं. इसके साथ ही दर्ज की गई एफआईआर में पुलिस ने लड़कों के नाम तो लिख दिया, लेकिन आरोपी पुजारी का नाम अज्ञात में लिखा है. इन मामले में नाबालिग लड़के की मां का कहना है कि मेरा लड़का अपने खेतों पर गया था तभी वहां पर एक वीडियो बना लिया था, लेकिन पुलिस ने मेरे बेटे पर गलत तरीके से गैंगरेप का मुकदमा लिख दिया है और आरोपी बना दिया, वह अभी नाबालिग है.


पुलिस ने इसपर क्या कहा
वहीं पुलिस इस पूरे मामले की लीपापोती करते हुए दिख रही है. पुलिस ने सोशल मीडिया पर इस पूरे मामले पर बयान जारी करते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जहां एक महिला ने थाने में 4 लोगों पर आरोप लगाते हुए अपने साथ गैंगरेप की घटना की शिकायत की थी. इस आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है, जांच अभी चल रही है.


गांव के लोगों में आक्रोश
वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह सब बेकसूर हैं और बिना जांच के पुलिस कैसे मुकदमा लिख सकती है. सवाल यह भी है कि आखिर पुलिस ने बिना जांच और साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया. अगर लड़कों ने वीडियो बनाया और वायरल किया था तो उसपर मुकदमा लिखना चाहिए था, न कि इन बेकसूर बताए जा रहे किशोरों पर गैंगरेप जैसा मुकदमा. पुलिस की इस कार्यवाही से गांव के लोगों में आक्रोश है.


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