UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में चुनावी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं. बात रामपुर की करें तो समाजवादी पार्टी का गढ़ कहलाने वाले रामपुर में भी इस बार चुनावी घमासान चरम पर है. जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी का लंबा सियासी दौर रामपुर में रहा है तो वहीं नवाबी रियासत के लिए भी रामपुर को जाना जाता है. फिलहाल चुनावी माहौल में समाजवादी पार्टी के गढ़ में नवाब खानदान भी अपने वर्चस्व के लिए दांव आजमा रहा है.


रामपुर की सबसे हॉट सीट कहीं जाने वाली स्वार विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से सीधी टक्कर लेने के लिए नवाब खानदान के चिराग हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी अपना दल से चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. जबकि सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में अब्दुल्लाह आजम कांग्रेस नेता नवाब काजिम अली खान उर्फ नावेद मियां को शिकस्त देकर अपनी जीत दर्ज कर विधायक रह चुके हैं. हालांकि अब्दुल्लाह आजम की गलत एफिडेविट की वजह से विधानसभा की सदस्यता खत्म की जा चुकी है. लेकिन इस बार फिर अब्दुल्ला आजम स्वार विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.


हमजा मियां अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे
समाजवादी पार्टी के अब्दुल्ला आजम को टक्कर देने के लिए नवाब खानदान के हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. हाल ही में 13 जनवरी को कांग्रेस द्वारा अपना प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद नवाब हमजा मियां कांग्रेस छोड़कर अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल में शामिल हो गए जिसके बाद हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां को स्वार विधानसभा सीट से पार्टी ने उम्मीदवार घोषित कर दिया. जबकि उनके पिता नवाब काजिम अली खान रामपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ेंगे.


हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां रामपुर रियासत के नवाबी खानदान से ताल्लुक रखते हैं जिसकी अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि है. वहीं नवाब खानदान की आजम खान से जो अदावत रही है वह भी अपने आप में मायने रखती है. इस ऐतबार से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से हमजा मियां की चुनावी लड़ाई और भी रोचक हो जाती है. फिलहाल आजम खान जेल में हैं लेकिन उन्होंने चुनाव प्रचार के लिए सुप्रीम कोर्ट में जमानत की अर्जी लगाई है और अगर कोर्ट उनको मौका देता है तो रामपुर की सियासत में नवाब खानदान और समाजवादी विचारधारा का टकराव बहुत दिलचस्प होगा. ऐसे में रामपुर की सियासत की गर्मी चरम पर है.


बीजेपी इस चुनावी दांव को लगाकर यह संदेश देना चाहती है
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा समर्थित अपना दल ने अपने प्रत्याशी के रूप में भले ही हैदर अली खान का नाम घोषित किया है, लेकिन हैदर अली खान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली से काफी प्रभावित हैं. उनके अनुसार सरकार ने प्रदेश के लोगों के लिए अच्छे काम किए हैं.


हैदर अली खान को भले ही अपना दल ने टिकट दिया है लेकिन इस सीट पर बीजेपी इस चुनावी दांव को लगाकर यह संदेश देना चाहती है कि बीजेपी सभी वर्गों को साथ लेकर चुनाव लड़ रही है. वहीं आजम खान के वर्चस्व वाली इस सीट पर चुनावी घमासान दिलचस्प होगा जिस पर सभी की निगाहें टिकी हैं.


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