Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने स्कूलों में शिक्षकों के मोबाइल फोन ले जाने पर नराजागी जताई है. उन्होंने सोमवार (6 मई) को एक आदेश जारी करते हुए कहा कि मोबाइल फोन एक बीमारी बन गया है. अब शिक्षकों को इसे स्कूलों के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. आदेश में मोबाइल फोन चलाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए है.


शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग पिछले आदेशों को लागू करने का प्रयास कर रहा है और स्कूलों में माहौल सुधारने के भी प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग का प्रयास है कि कोई भी शिक्षक प्रार्थना (पूजा-पाठ और नमाज) के बहाने स्कूल छोड़कर न जाये. उन्होंने साफ कहा है कि अगर कोई शिक्षक टीचर धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होना चाहता है, तो वह छुट्टी लेकर जा सकता है. उनका कहना है कि स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अकसर ऐसे मामले सामने आते हैं. 


स्कूलों में मोबाइल बैन
इसके अलावा स्कूल के अंदर कोई भी मोबाइल फोन नहीं ले जाएगा. अगर कोई गलती से भी ले जाता है तो उन्हें इसे प्रिंसिपल के पास जमा कराना होगा. इसके पीछे उन्होंने तर्क देते हुए कहा है कि स्कूलों में शिक्षक पूरे दिन मोबाइल पर शेयर मार्केट और न जाने क्या-क्या देखते रहते हैं. शिक्षक उसमें उलझे रहते हैं. इससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है. उन्होंने कहा कि मोबाइल एक बीमारी जैसा हो गया है.


शिक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट की यूनिफॉर्म भी एक जैसी करने पर विचार कर रही है. शिक्षा मंत्री के मुताबिक यह विचार इसलिए किया जा रहा है कि आर्थिक रूप से कमजोर घरों के बच्चों में बाकी स्टूडेंट की महंगी यूनिफॉर्म देखकर हीन भावना न आए. 



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