Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के दिग्गज उम्मीदवारों के साथ भितरघात की सुगबुगाहट है. सूत्रों की मानें तो कई उम्मीदवार इसकी रिपोर्ट पार्टी को भेज चुके हैं. इसके साथ ही दिल्ली को भी इसकी फीडिंग की जा चुकी हैं. 


दरअसल, जब विधान सभा चुनाव में सतीश पूनियां, राजेंद्र राठौड़ और विजय बैंसला की हार हुई थी तभी पार्टी ने एक इंटरनल रिपोर्ट बनवाया था. उसमें उन सीटों को शामिल किया गया जहां पर 10 हजार से कम वोटों से दिग्गज चुनाव हारे थे जिनमें 35 के आसपास सीटों की रिपोर्ट बनी थी. 


अब वैसी ही स्थिति लोकसभा चुनाव में दिख रही है. कई सीटों पर दिग्गजों को हार का डर सता रहा है. इसकी भी रिपोर्ट बनने लगी है. 


इन सीटों पर बढ़ी परेशानी 
राजस्थान में भाजपा का गढ़ कही जाने वाली जयपुर शहर लोकसभा सीट भी भितरघात में शामिल हो गई है. इसमें आने वाली एक विधान सभा पर भाजपा के लिए मतदान हुआ है. वहां के विधायक पार्टी से नाराज बताये जा रहे हैं और उन्होंने अपने क्षेत्र में उत्साह नहीं दिखाया. उन्होंने साइलेंट खेल खेल दिया है. 


कई नेताओं ने अब इसकी शिकायत भी की है. वहीं, कोटा में भी विधायक तो नहीं कुछ जातिगत नेताओं को मैनेज करने की चर्चा तेज है. जहां पर भाजपा मजबूत स्थिति में थी और अचानक से वहां पर मत प्रतिशत कम होने की चर्चा है. इसके साथ ही जोधपुर में भी भितरघात का खेला खेला गया है. चित्तौड़गढ़ में भी भितरघात का दांव चला गया है, जहां पर अब रिपोर्ट बन रही है. 


धौलपुर-करौली, भरतपुर में भी भितरघात की बात सामने आ रही है. जयपुर ग्रामीण में भी इसकी चर्चा है. इसके पीछे सिर्फ एक दिग्गज नेता का नाम सामने आ रहा है. हालांकि, उस नाम पर अभी पार्टी में सहमति बन नहीं पा रही है. मगर, उस दिग्गज नेता ने अपने समर्थक विधायकों के साथ मिलकर खेल खेला है. 


दिग्गज ही क्यों निशाने पर? 
दरअसल, पिछले 2019 से बीजेपी यहां पर नए चेहरों को सामने ला रही है. इसलिए कुछ पुराने दिग्गजों को परेशानी हो रही है. इसलिए विधानसभा चुनाव में भी नए दिग्गजों की सीट को फोकस किया गया. अब लोकसभा चुनाव में भी दिग्गजों को निपटाने का पूरा खेल तैयार किया गया है. 


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