PM Modi in Rajasthan: राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार को राजस्थान के मानगढ़ धाम (Mangarh Dham) गए और आदिवासी जनता को संबोधित किया. इस दौरान राजस्थान समेत मध्य प्रदेश और गुजरात से भी आदिवासी समाज के लोग यहां आए कार्यक्रम में शामिल हुए. तीनों राज्यों में चुनाव से पहले पीएम ने यहां पर जनजातीय समुदाय को लुभाने की कोशिश की. 10 प्वाइंट्स में जानें उन्होंने क्या कहा-


1. वीर-वीरांगनाओं के तप का प्रतिबिंब है मानगढ़
पीएम मोदी ने कहा आजादी के 'अमृत महोत्सव' में हम सभी का मानगढ़ धाम आना, ये हम सभी के लिए प्रेरक और सुखद है. मानगढ़ धाम जनजातीय वीर-वीरांगनाओं के तप, त्याग, तपस्या और दे​श​भक्ति का प्रतिबिंब है. यह राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की साझी विरासत है. 


2. गोविंद गुरु आदिवासियों के नायक
पीएम मोदी ने कहा गोविंद गुरु जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी भारत की परंपराओं और आदर्शों के प्रतिनिधि थे. वह किसी रियासत के राजा नहीं थे, लेकिन वह लाखों आदिवासियों के नायक थे. अपने जीवन में उन्होंने अपना परिवार खो दिया, लेकिन हौसला कभी नहीं खोया.


यह भी पढ़ें: PM Modi Rajasthan Visit: राजस्थान से गुजरात तक, 'प्लान 99' पर काम कर रही BJP, पीएम मोदी का ये है विजन


3. गोविंद गुरु के क्षेत्र में सेवा का मौका मिला
मानगढ़ का क्षेत्र, जो गुजरात में पड़ता है, मुझे उसकी सेवा का सौभाग्य मिला था. उसी क्षेत्र में गोविंद गुरु ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे. उनकी ऊर्जा और उनकी शिक्षा आज भी इस मिट्टी में महसूस की जा रही हैं. 


4. एकजुटता, प्रेम और भाईचारे की प्रेरणा
पीएम मोदी ने कहा गोविंद गुरु का वो चिंतन, वो बोध, आज भी उनकी धुनी के रूप में, मानगढ़ धाम में अखंड रूप से प्रदीप्त हो रहा है. उनकी सम्प सभा, यानी समाज के हर तबके में सम्प भाव पैदा हो. सम्प सभा के आदर्श, आज भी एकजुटता, प्रेम और भाईचारा की प्रेरणा दे रहे हैं.


5. डिजिटल इंडिया से जुड़ रहे आदिवासी गांव
देश में वन क्षेत्र भी बढ़ रहे हैं. वन संपदा भी सुरक्षित की जा रही है. साथ ही आदिवासी क्षेत्र डिजिटल इंडिया से भी जुड़ रहे हैं. पारंपरिक कौशल के साथ-साथ आदिवासी युवाओं को आधुनिक शिक्षा के भी अवसर मिले. इसके लिए एकलव्य आदिवासी विद्यालय भी खोले जा रहे हैं.


6. वन विकास के लिए हुआ काम
पीएम मोदी ने कहा जब पहले आते थे तो पूरा वीरान क्षेत्र था. वन महोत्सव के दौरान जनता से आग्रह किया था कि यहां का ख्याल रखें. आज उन्हें इतना संतोष महसूस हुआ कि चारों तरफ हरियाली है. जनता ने पूरी श्रद्धा भाव से वन विकास के लिए जो कार्य किया है, इसके लिए सभी साथियों का हृदय से अभिनंदन


7. आदिवासी समाज के लिए स्पष्ट नीति
पीएम मोदी ने कहा देश में आदिवासी समाज का विस्तार और भूमिका इतनी बड़ी है कि हमें उसके लिए समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है. राजस्थान और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर और उड़ीसा तक विविधता से भरे आदिवासी समाज की सेवा के लिए आज देश स्पष्ट नीति के साथ काम कर रहा है.


8. आदिवासी समुदाय से आने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान
1780 में संथाल में तिलका मांझी के नेतृत्व में दामिन संग्राम लड़ा गया. 1830-32 में बुधू भगत के नेतृत्व में देश लरका आंदोलन का गवाह बना. 1855 में आजादी की यही ज्वाला सिधु-कान्हू क्रांति के रूप में जल उठी. भगवान बिरसा मुंडा ने लाखों आदिवासियों में आजादी की ज्वाला प्रज्ज्वलित की.


9. 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस
आज से कुछ दिन बाद ही 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर देश जनजातीय गौरव दिवस मनाएगा. आदिवासी समाज के अतीत और इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के लिए, आज देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं.


10. भारत का भविष्य आदिवासी समाज के बिना अधूरा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत का अतीत, वर्तमान और भविष्य आदिवासी समाज के बिना अधूरा है. विविधता से भरे आदिवासी समाज की सेवा के लिए आज भारत देश स्पष्ट नीति के साथ काम कर रहा है.