Rajasthan Lok Sabha Election 2024: कोटा संभाग में दो लोकसभा सीट आती हैं जिसमें से दोनों ही बीजेपी का अभेद गढ माना जाता है. कांग्रेस को इन दोनों ही सीटों पर जीत के लिए मशक्कत करनी पड़ती है. इस बार दोनों ही सीटों पर मुकाबला रोचक है और दिग्गजों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है.


हाडौती संभाग की सबसे प्रमुख सीट पर झालावाड़ और बारां सीट हैं जहां से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र बीजेपी प्रत्याशी दुष्यंत सिंह चुनाव मैदान में हैं. जबकि दूसरी और कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया कि पत्नी उर्मिला जैन भाया चुनाव मैदान में है, ऐसे में दोनो की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है.
  
पांच बार सांसद रहीं वसुंधरा राजे का बेटा चुनाव मैदान में 
झालावाड़-बारां लोकसभा सीट बीजेपी की सेफ सीट मानी जाती है, लेकिन इस बार यहां मुकाबला थोडा रोचक नजर आ रहा है. वर्ष 1989 से वर्ष 2009 तक वसुंधरा राजे यहां से सांसद रही और यहीं से वह केन्द्रीय मंत्री भी रहीं.


उसके बाद उन्हें राजस्थान की कमान सौंपी गई और वह मुख्यमंत्री बनी, उसके बाद से ही इस सीट पर उनके पुत्र दुष्यंत सिंह चुनाव जीतकर आ रहे हैं. दुष्यंत सिंह वर्ष 2009 से वर्ष 2019 तक यहां से सांसद रहे हैं, वह वर्तमान में भी झालावाड़ बारां सीट से सांसद हैं. लेकिन इस बार माहौल कुछ अलग नजर आ रहा है और उर्मिला जैन भाया से उनका मुकाबला हो रहा है.


8 विधानसभा में से 7 बीजेपी के पास एक पर कांग्रेस का कब्जा
सालों से झालावाड़ बारां लोकसभा सीट बीजेपी का गढ रही है, लेकिन इस बार कुछ रोचकता चुनाव में नजर आ रही है, प्रमोद जैन भाया का बारां क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और कई सामाजिक और धार्मिक आयोजन वह करवा चुके हैं.


झालावाड़ बारां लोकसभा सीट दो जिलो में आती हैं, जिसमें झालावाड और बारां में 4-4 विधानसभा है, जिसमें बारां में बीजेपी के पास चार की चार विधानसभा सीट पर कब्जा है, जबकि झालावाड में 3 विधानसभा बीजेपी के पास हैं तो एक कांग्रेस के पास है. ऐसे में बीजेपी की स्थिति विधानसभा के अनुसार तो मजबूत है, लेकिन लोकसभा में कडा मुकाबले का अनुमान लगाया जा रहा है.


दुष्यंत सिंह को पहले भी टक्कर दे चुकी है उर्मिला भाया 
दुष्यंत सिंह यहां से लगातार सांसद हैं, लेकिन जिस समय उर्मिला जैन भाया खड़ी हुई थी उस समय उन्हें कडी चुनौती मिली थी, इस बार भी ऐसा ही अनुमान लगाया जा रहा है. वर्ष 2009 की बात करें तो बीजेपी के दुष्यंत सिंह ने मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया कि पत्नी उर्मिला जैन को हराया था.


बीजेपी को 429096 वोट मिले जबकी कांग्रेस को 376255 वोट मिले और दुष्यंत सिंह महज 52841 वोटों से जीते थे, जबकि अन्य चुनावों में उनकी जीत लाखों में गई थी. इस बार भी वहीं स्थिति एक बार फिर से बन रही है.


वर्ष 2019 में बीजेपी के दुष्यंत सिंह ने कांग्रेस के प्रमोद शर्मा को 453928 वोटों से हराया. दुष्यंत सिंह को 887400 वोट मिले जबकी कांग्रेस के प्रमोद शर्मा को 433472 वोट मिले. इस तरह झालावाड़-बारां लोकसभा सीट पर एकछत्र बीजेपी का राज चला आ रहा है, लेकिन इस भ्रम को इस बार कांग्रेस तोडना चाह रही है. 


मां और पति की प्रतिष्ठा दांव पर 
झालावाड़ बारां लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी दुष्यंत सिंह मैदान में है तो कांग्रेस से उर्मिला जैन मैदान में हैं, ऐसे में वसुंधरा के बेटे चुनाव मैदान में होने से वसुंधरा राजे की प्रतिष्ठा दाव पर है तो दूसरी और कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद जैन भाया कि पत्नी उर्मिला जैन चुनाव मैदान में है, ऐसे में एक तरफ मां तो दूसरी तरफ पति की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है, दोनो ही अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज नेता है.


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