IIT Entrance Exam Date: प्रतिष्ठित जेईई-एडवांस्ड-2023 प्रवेश-परीक्षा के लिए पेपर-1 तथा पेपर-2 के प्रैक्टिस टेस्ट-पेपर्स आईआईटी गुवाहाटी ने जारी कर दिए हैं. एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए प्रैक्टिस टेस्ट पेपर्स अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. इनके माध्यम से विद्यार्थी स्वयं की तैयारी का बेहतर आंकलन कर सकते हैं. जेईई एडवांस्ड का आयोजन चार जून को किया जाना है. उपरोक्त प्रवेश परीक्षा के लिए एडमिट-कार्ड 29 मई की सुबह 10 बजे जारी कर दिए जाएंगे.


इस परीक्षा से किन कॉलेजों में मिलता है दाखिला


देश के 23-आईआईटी के बीटेक, इंटीग्रेटेड-एमटेक और डुएल-डिग्री पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए लगभग 16-हजार सीटें उपलब्ध हैं.देव शर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों को उपरोक्त प्रतिष्ठित प्रवेश-परीक्षा में सफलता के लिए जेईई-मेन के माइंडसेट से बाहर निकलना होगा क्योंकि जेईई-मेन में सफलता के लिए इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ की बाध्यता नहीं है किंतु जेईई-एडवांस्ड में सफलता हेतु इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ की बाध्यता है. 


इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ की बाध्यता क्या है?
जेईई-एडवांस्ड-2023 प्रवेश-परीक्षा कई मायनों में जेईई मेंस-2023 से भिन्न है. विद्यार्थियों को इस भिन्नता को आवश्यक तौर पर समझना होगा. देव शर्मा ने बताया कि जहां एक और जेईई-मेंस में इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ परीक्षा-परिणाम को प्रभावित नहीं करती वहीं दूसरी ओर जेईई-एडवांस्ड में इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ क्लियर होना अनिवार्य है. यदि विद्यार्थी को फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में से किसी एक विषय में भी इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ से कम अंक प्राप्त होते हैं तो उसे असफल करार दिया जाएगा.इंडिविजुअल्स-सब्जेक्ट कटऑफ क्लियर होने के पश्चात ही एग्रीगेट-कटऑफ के आधार पर विद्यार्थी की सफलता और असफलता का निर्णय होगा.सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए विषयवार कटऑफ 10 फीसदी तथा एग्रीगेट कटऑफ 35 फीसदी, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी के लिए यह क्रमश: नौ फीसदी और 31.5 फीसदी, एससी,एसटी और दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए मात्र पांच फीसदी और 17.5 फीसदी है.


हर साल बदल जाते हैं पूर्णांक और क्वेश्चन पेपर के पैटर्न 
देव शर्मा ने बताया कि जेईई-एडवांस्ड का पैटर्न और पूर्णांक जेईई-मेन तथा नीट-यूजी परीक्षा की भांति पूर्व निर्धारित नहीं होते, प्रतिवर्ष पूर्णांक और क्वेश्चन पेपर-पेटर्न परिवर्तित होते रहते हैं.क्वेश्चन-पेपर के कुछ भाग में नेगेटिव मार्किंग होती है तो कुछ भाग में नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है.यही कारण है कि विद्यार्थियों को क्वेश्चन पेपर के प्रारंभ में दी गई इंस्ट्रक्शन को ध्यानपूर्वक पढ़ने की सलाह दी जाती है.देव शर्मा ने बताया कि जेईई-एडवांस्ड,2023 के इंफॉर्मेशन-ब्रोशर में दी गई जानकारी के अनुसार जनरल-केटेगरी के विद्यार्थियों हेतु विषय-वार कटऑफ 10 फीसदी और एग्रीगेट कटऑफ 35 फीसदी निर्धारित की गई है.इसका तात्पर्य की जनरल-कैटेगरी के विद्यार्थी को फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स अर्थात प्रत्येक-विषय में न्यूनतम 10 फीसदी अंक और कुल मिलाकर एग्रीगेट 35 फीसदी अंक प्राप्त करने ही होंगे.यदि विद्यार्थी एग्रीगेट 35 फीसदी से अधिक अंक लेकर आता है किंतु फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स किसी विषय में उसके अंक 10 फीसदी से कम रह जाते हैं तो वह विद्यार्थी असफल घोषित कर दिया जाएगा.


समय प्रबंधन और विषय प्रबंधन का रखें ध्यान
देव शर्मा ने बताया कि कॉमन रैंक लिस्ट-सीआरएल में स्थान प्राप्त करने के लिए इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ तथा एग्रीगेट कट-ऑफ दोनों का क्लियर करना अनिवार्य है.उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे प्रश्न-पत्र हल करने के दौरान समय-प्रबंधन और विषय प्रबंधन का विशेष-ध्यान रखें ताकि वे इंडिविजुअल-सब्जेक्ट कटऑफ औऱ एग्रीगेट कटऑफ दोनों को क्लियर कर कॉमन रैंक लिस्ट में शामिल होने की पात्रता हासिल कर सकें.


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