Rajasthan News: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) जिले के भिंडर थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक युवक को हॉस्पिटल में गंभीर हालत में छोड़ने के बाद हुई मौत के मामले पर उठे हत्या या दुर्घटना के सवाल पर पुलिस ने अब विराम लगा दिया है. पुलिस ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की एक युवती ने युवक को हनी ट्रैप में फंसाया था. यह वही मामला है, जिसमें वल्लभनगर विधायक उदयलाल डांगी पुलिस पर बिफरे थे और कहा था कि मुकदमा हत्या में दर्ज है तो आप दुर्घटना क्यों बता रहे हैं.


एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि कैलाश चन्द्र पाटीदार ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि 1 फरवरी की सुबह 9 बजे बेटा मदनमोहन उर्फ टोनी घर से बाइक लेकर कानोड़ कस्बे के रेलवे स्टेशन स्थित उसकी दुकान पर जाने के लिया निकला था. इसके बाद शाम को घर पर नहीं आया तो उसे फोन किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया और बाद में फोन बंद हो गया. उन्होंने कहा कि बेटा कभी कभी लेट होने पर दुकान पर ही सो जाता था, इसलिए हमने सोचा कि दुकान पर ही सो गया होगा. वहीं 2 फरवरी सुबह मदनमोहन की पत्नी रश्मि के फोन पर मदनमोहन के फोन से फोन आया कि मदन मोहन भिंडर हॉस्पिटल में है. इसके बाद फिर उसका फोन बन्द हो गया. वहीं जब हॉस्पिटल पहुंचे तो बेटे का शव मिला. 

 

सीसीटीवी से आरोपियों का पता चला 

वहीं रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि कोई कार से मदन मोहन को छोड़ने आया था. सीसीटीवी में देखने पर पता चला  कि कार का नंबर रतन सिंह के नाम से हैं. जांच में उसके अन्य साथी पुष्पेंद्र, राजू गुर्जर का नाम भी सामने आया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें गुजरात से पकड़ा. इनसे पूछताछ के बाद अनीश और एक महिला अंजू को भी गिरफ्तार किया गया. एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि मृतक मदन मोहन उर्फ टोनी आर्थिक रूप से ठीक ठाक था. आरोपी राजू गुर्जर मदनमोहन को जनता था तो उसने उसे हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रची. राजू गुर्जर ने अपने साथी पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह, अनीश, साजिद को भी साथ लिया. उन्होंने मध्य प्रदेश जीरापुर निवासी अंजु उर्फ हीना भिलाला को रुपयों का लालच देकर विशेष टास्क दिया.

 

पूछताछ में हुआ खुलासा

इस टास्क में कहा कि एक माह के भीतर मदनमोहन पाटीदार से पैसे ऐंठने हैं. अंजू को मोबाइल और सिम दिए. इसके बाद अंजू को घटना से करीब 15 दिन पहले चित्तौड़गढ़ स्थित एक होटल में रूकवाया फिर अंजू ने संपर्क करना शुरू किया. इसके बाद दोनों के बीच बातें शुरू हो गई.  अंजू ने मदन को मध्य प्रदेश के आवरी माता मंदिर जाने के लिए बुलाया. मदन बाइक से पहले होटल पहुंचा फिर वहां से मंदिर गया. मदन अंजु भिलाला को छोड़ने के लिए चौराहे पर पहुंचा तो योजना के अनुसार साजिद अपनें दोस्तों के साथ मदन मोहन को जाते हुए रूकवाया और कहा कि अंजु मेरी भाभी है. फिर मृतक मदन को झूठे केस में फंसाने के नाम पर पैसे की डिमांड की. मदन के न कहने पर उसके साथ मारपीट की फिर मदन ने 6 लाख रुपये देने के लिए हामी भरी.

 

मारपीट में मदन घायल हो गया तो उसे चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला स्थित हॉस्पिटल लेकर गए,लेकिन उसे इलाज के लिए वहां छोड़ नहीं और उसे एक कमरे में बंद रखा. अगले दिन पैसे देने की बात हुई थी, तो वह सभी मदन के घर की तरफ जा रहे थे, तब ही मदन के सीने में दर्द उठा और उसने बोलना बंद कर दिया. डर के कारण आरोपियों ने उसे भिंडर हॉस्पिटल छोड़कर भाग गए. इसके बाद उसकी मौत हो गई.