Gangster Lawrence Bishnoi Story: चुनाव में हार और गर्लफ्रेंड की हत्या के बाद गैंगस्टर बना लॉरेंस बिश्नोई! गैंग में हैं 700 शूटर
Sidhu Moose Wala Murder Case: गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए लिखा, "हत्या के पीछे वह और लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप था."
- लॉरेंस बिश्नोई का जन्म साल 1992 में पंजाब के अबोहर में हुआ था. वह बिश्नोई समाज से ताल्लुक रखता है
- उसके पिता लविंदर सिंह एक पूर्व पुलिस कांस्टेबल और मां गृहिणी है.
- लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल राजस्थान के भरतपुर जेल में बंद है और यहीं गैंग ऑपरेट कर रहा है
- उसके गैंग में 700 शूटर हैं जो कनाडा समेत विदेशों में मौजूद हैं.
लॉरेंस बिश्नोई कैसे बना गैंगस्टर?
लॉरेंस बिश्नोई ने चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की थी. साल 2008 में सोपु की ओर से विद्यालय में छात्र संघ का चुनाव लड़ा, जिसमें वह हार गया था. छात्र संघ का चुनाव हारने के बाद लॉरेंस बिश्नोई की दूसरे पक्ष से दुश्मनी हो गई, जिसने उसे चुनाव में हराया था. एक बार दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और फायरिंग करने लगे. इस वारदात ने लॉरेंस की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया. सामने वाले पक्ष से गहरी दुश्मनी होने की वजह से लॉरेंस को अपने प्यार को खोना पड़ा था. लॉरेंस को जानने वाले लोग बताते हैं कि सामने वाले पक्ष ने एक साजिश के तहत लॉरेंस की गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी थी.
रंगदारी, ड्रग्स तस्करी, जमीन कब्जा और हत्याओं को अंजाम देता है बिश्नोई गैंग
एक सूत्र के अनुसार अपराधियों का यह ग्रुप मेक्सिको, इटली और थाईलैंड में बैठे अपने साथियों के साथ मिलकर रंगदारी, ड्रग्स तस्करी, जमीन कब्जा और हत्याओं को अंजाम देता है. इनके निशाने पर बॉलीवुड सेलिब्रिटी, पंजाबी सिंगर और एक्ट्रेस होते हैं. लॉरेंस बिश्नोई के कथित रूप से अंतरराष्ट्रीय ड्रग ट्रैफिकर अमनदीप मुल्तानी के साथ ताल्लुकात हैं. मुल्तानी मेक्सिकन ड्रग कार्टेल्स से जुड़ा हुआ है. उसे इसी साल अप्रैल में अमेरिकी एजेंसी ने गिरफ्तार किया था. बिश्नोई का दूसरा इंटरनेशनल कॉन्टेक्ट यूके में रहने वाला मॉन्टी था, जिसके इटालियन माफिया से रिश्ते थे.
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