Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर की पुलिस ने लोगों के चेहरों पर मुस्कान लौटाने का काम किया है. साइबर सेल की टीम ने लगभग 10 लाख रुपये के गुमशुदा 60 मोबाइल लोगों को सौंप दिये. मोबाइल दोबारा मिलने की आस छोड़ चुके लोगों के चेहरे खिल उठे. पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा ने साइबर सेल की टीम को मोबाइल बरामद करने का टास्क सौंपा था. साइबर सेल की टीम ने टास्क को गंभीरता से लेते हुए जांच पड़ताल शुरू की. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, भरतपुर, करौली, गंगापुर सिटी साइबर सेल की टीम को भेजा गया.


पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा से दो महिलाओं ने गुमशुदा मोबाइल बरामद करवाने की अपील की थी. साइबर सेल से और भी मोबाइल के गुम होने का मामला सामने आया. पुलिस अधीक्षक ने साइबर सेल के प्रभारी नरेन्द्र सिंह को निर्देश दिए. उन्होंने गरीबों की पीड़ा को समझते हुए कहा, 'गरीब तबके के लोगों को एंड्रायड मोबाइल खरीदना मुश्किल होता है. खरीदारी के बाद गुम होने पर गरीब को बहुत बड़ी चोट लगती है. गरीब आदमी कर्ज लेकर मोबाइल की खरीदारी करता है. इसलिए गुम हुए मोबाइल को ढूंढ़कर पीड़ितों तक पहुंचाने का काम किया जाये.'




मुरझाये चेहरों पर लौटी मुस्कान


पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर सेल टीम का गठन किया गया. राहुल कुमार, नीलेंद्र कुमार, अमित कुमार, रामू कांस्टेबल, भूरा कांस्टेबल और हरवेंद्र कांस्टेबल को गुम हुए मोबाइल की तलाश में लगाया गया. तकनीकी साक्ष्यों की मदद से साइबर सेल की टीम ने उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, भरतपुर, करौली, गंगापुर सिटी से 60 एंड्रायड फोन ढूंढने में सफलता हासिल की.




एसपी ने सौंपे गुमशुदा मोबाइल


बरामद फोन की कीमत लगभग 10 लाख रुपये बताई गई है. पुलिस अधीक्षक के हाथों गुमशुदा मोबाइल पाकर मालिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन गुमगुशदी की शिकायत CEIR पोर्टल पर की जा सकती है. उन्होंने कहा जनता विश्वास जताने पर पुलिस की तरफ से भी अच्छा रिजल्ट मिलेगा. 


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