Deeg Crime News: राजस्थान के डीग जिले के कामां कस्बे में झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. व्यक्ति की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की तरफ से कामां में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई. पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर एक क्लिनिक पर राजकीय कर्मचारी को बोगस ग्राहक बनाकर भेज कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. 


झोलाछाप डॉक्टर की तरफ से इलाज के दौरान लगाए गए इंजेक्शन से एक व्यक्ति की मौत होने के बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है. चिकित्सा विभाग ने कामां पुलिस थाने के पास चल रहे जच्चा - बच्चा केंद्र पर छापामार कार्यवाई की है. चिकित्सा विभाग की टीम ने संजीवनी अस्पताल पर छापेमारी की है. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर संजीवनी अस्पताल को सीज कर दियाय है.   


अवैध जच्चा-बच्चा केंद्र पर छापा  





मुख्य चिकित्सा अधिकारी केडी शर्मा ने बताया कि एक झोलाछाप डॉक्टर की तरफ से खुजली का इलाज कराने आए युवक को गलत इंजेक्शन लगा दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई. युवक की इलाज के दौरान गलत इंजेक्शन लगने से मौत की खबर देखकर आज गुरुवार (29 फरवरी) को चिकित्सा विभाग की तरफ से एक टीम बनाई गई. जिसके बाद कस्बे में चल रहे अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई करने के लिए छापा मारा गया.  

     

कामां के जुरहरा रोड पर संजीवनी क्लिनिक नाम से एक अवैध जच्चा बच्चा केंद्र चल रहा था, जिस पर चिकित्सा विभाग की तरफ से राजकीय कर्मचारियों को बोगस ग्राहक बनकर उपचार करने के लिए जच्चा बच्चा केंद्र पर भेजा गया.

 

अस्पताल के कर्मचारियों ने उस महिला को भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया. झोलाछाप डॉक्टर की तरफ से इलाज शुरू करने के दौरान ही चिकित्सा विभाग की टीम और कामां थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए छापा मार दिया. इस दौरान अवैध केंद्र में चार-पांच कमरों में नो बैड और डिलीवरी रूम सहित उपचार करने के लिए काम में लेने वाले काफी उपकरण बरामद हुए हैं. कामां थाना में मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है. 

 

मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि कस्बे में अनेक क्लीनिक खुले हैं, जिन पर भी विभाग की तरफ से जल्द कार्रवाई कर आम जन को राहत प्रदान की जाएगी. लोगों का कहना है कि यदि चिकित्सा विभाग समय पर कार्यवाही करता तो एक व्यक्ति को झोलाछाप चिकित्सक की तरफ से गलत इंजेक्शन लगाने से उसकी जान बच सकती थी. कामां में सैकड़ों की संख्या में अवैध क्लीनिक चल रहे हैं, जो मरीज के जीवन के साथ खिलवाड़ कर इनकी जेब पर डाका डाल रहे हैं.