Deeg News: राजस्थान के भरतपुर जिले में अपनी मांगो को लेकर एक युवक आकाशीय पानी की टंकी पर चढ़ गया. युवक अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर शुक्रवार (5 दिसंबर) को डीग जिले के कुम्हेर थाना क्षेत्र में स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गया. पानी की टंकी पर चढ़ने वाले युवक नाम राधेश्याम उर्फ गौरव है और वह जिले के पेंघोर गांव का रहने वाला है. युवक तीसरी बार आकाशीय पानी की टंकी चढ़ा है. 


दो बार पहले भी चढ़ चूका है युवक पानी की टंकी पर 
युवक राधेश्याम स्वर्ण जयंती नगर स्थित जिला बीजेपी कार्यालय के पास स्थित आकाशीय पानी की टंकी पर दोपहर को लगभग एक बजे चढ़ गया. युवक के पानी की टंकी पर चढ़ने की सूचना पर मथुरा गेट थाना पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंच गई. पानी की टंकी पर चढ़ने वाला युवक राधेश्याम पहले भी दो बार आकाशीय पानी की टंकी पर अनुकम्पा नौकरी की मांग को लेकर चढ़ चुका है. 


सीआरपीएफ में तैनात थे युवक के पिता 
युवक बीते साल 17 जून और 25 सितंबर पानी की टंकी पर चढ़ गया था. हालांकि स्थानीय प्रशासन और सियासी लोगों के आश्वासन पर पानी की टंकी से नीचे उतर गया था, लेकिन उसके बावजूद आज तक युवक को अनुकम्पा नौकरी नहीं मिली है.इससे निराश होकर युवक दोबारा पानी की टंकी पर चढ़ गया.पानी की टंकी पर चढ़ने वाला युवक राधेश्याम उर्फ गौरव हाल में भरतपुर के प्रिंस नगर इलाके का रहने वाला है.


पिता की जगह पर अनुकंपा मिलनी है नौकरी
उसके पिता CRPF में तैनात थे. युवक के पिता फील्ड ऑपरेशन के लिए मध्य प्रदेश के नीमच से रांची जा रहे थे. इसी दौरान दिमागी बुखार से उनकी मौत हो गई. युवक राधेश्याम के पिता को शहीद का दर्जा नहीं मिला. जब राधेश्याम के पिता का निधन हुआ तब 3 महीने का था. पिता की मौत के बाद उसकी मां ने उसकी भरण पोषण किया. अनुकंपा नौकरी पाने के लिए राधेश्याम का 18 साल का होना जरुरी था. साल 2019 में उसने जरुरी आयु सीमा को पार कर लिया.


सीआरपीएफ ने की राज्य सरकार से ये सिफारिश
युवक राधेश्याम 18 साल की उम्र हो जाने पर नौकरी की मांग को लेकर अधिकारियों के पास पहुंचा, लेकिन मेडिकल जांच में फिजिकली अनफिट घोषित कर दिया गया. इस दौरान उसे टीवी की बीमारी से ग्रस्त बताया गया. जिसके बाद राधेश्याम ने अपनी जांच जयपुर स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में कराया, यहां उसके रिपोर्ट में टीवी नहीं नहीं निकला. हालांकि साल 2020 में सीआरपीएफ ने राज्य सरकार को पत्र लिख राधेश्याम को एलडीसी में नौकरी देने की सिफारिश की गई. युवक एलडीसी में नौकरी के लिए तैयार हो गया, लेकिन सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिली. 


अधिकारियों के आश्वासन के बाद युवक नीचे उतरा
गौरतलब है कि राधे श्याम ने नौकरी के लिए लगातार भरतपुर से जयपुर तक अधिकारियों के चक्कर लगाए, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. हताश राधेश्याम नौकरी की मांग को लेकर तीसरी बार पानी की टंकी पर चढ़ गया. इसकी सूचना मिलते ही आनन फानन में पुलिस के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने युवक समझाने की कोशिश करने लगे.काफी मान मनौव्वल के बाद युवक पानी की टंकी से नीचे उतरने के लिए राजी हो गया. 


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