Banswara Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मेवाड़ वागड़ की 4 लोकसभा सीटों पर मतदान से तैयारियां जोरशोर हो रही हैं. चुनाव की तारीख नजदीक आते ही सियासी पारा बढ़ता जा रहा है. बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भारत आदिवासी पार्टी के बीच गठबंधन है. 


हालांकि इस सीट पर कांग्रेस को उनके ही सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. लोकसभा चुनाव से मजह दो दिन पहल कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी ने पार्टी पदाधिकारियों को लेकर बड़ी बात कही.


अरविंद डामोर ने किया ये दावा
कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर की सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है. उन्होंने भारत आदिवासी पार्टी को लेकर कहा कि गठबंधन को लेकर बांसवाड़ा में निजी गठबंधन है. इसको लेकर आलाकमान को गलत फीडबैक दिया गया है.


कांग्रेस दो धड़ों बंटी?
दरअसल, वागड़ की बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने भारत आदिवासी पार्टी से गठबंधन है. बड़ी बात यह है कि इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भी मैदान में हैं. ऐसे में कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है. यहां बीजेपी से महेंद्रजीत सिंह मालवीया, भारत आदिवासी पार्टी से राजकुमार रोत और कांग्रेस से अरविंद डामोर प्रत्याशी हैं.


कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद डामोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मेरे प्रचार से पार्टी के कुछ नेता दूर हैं. बाकी मुझे अंदरूनी रूप से समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि चुनाव में उनका शानदार प्रदर्शन रहेगा और 4 जून को नतीजे देखने वाले होंगे.


'कांग्रेस- BAP का गठबंधन है दिखावा'
अरविंद डामोर ने कहा कि बांसवाड़ा के कुछ नेताओं ने निजी स्वार्थ के कारण गठबंधन किया है. आला कमान को गलत फीडबैक दिया. उन्होंने कहा कि जब गठबंधन की बाते चल रही थी और इस पर सिर्फ चर्चा हो रही थी, लेकिन उन नेताओं के पुत्र गठबंधन से पहले आदिवासी पार्टी के कार्यक्रमों में चले गए. 


आरोप लगाते हुए बांसवाड़ा से प्रत्याशी अरविंद डामोर ने कहा कि इन्हीं के भविष्य को बचाने के लिए आलाकमान को गलत फीडबैक देकर गठबंधन किया. उन्होंने दावा किया कि उनका ब्लॉक स्तर तक के कांग्रेस पदाधिकारी साथ दे रहे हैं. भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन दिखावा है. 


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