Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस तैयारी करने में जुट गई है. सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत की हो रही है. पहले तो उन्हें जोधपुर से लड़ाने की चर्चा थी, लेकिन जब गजेंद्र सिंह शेखावत का टिकट बीजेपी ने घोषित कर दिया तो वहां से वैभव ने अपनी राजनीतिक गाड़ी को जालोर की तरफ मोड़ दिया है. जहां पिछले कुछ दिनों से वैभव गहलोत लगातार देखे जा रहे हैं.


हालांकि, कुछ बैठकों में अशोक गहलोत और संयम लोढ़ा शामिल हुए और पार्टी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया. जालोर लोकसभा क्षेत्र में माली समाज का भी वोट ठीक-ठाक है. इसलिए उन्हें एकजुट करने की तैयारी भी है. इस लोकसभा में कुल आठ विधानसभा की सीटें आती हैं, जिनमें से एक निर्दलीय, चार पर बीजेपी और तीन पर कांग्रेस के विधायक हैं. कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि यहां देवासी, कल्वी और माली वोटर्स को कांग्रेस साधना चाह रही है. 


क्या कहते हैं समीकरण? 
जालोर लोकसभा सीट पर बीजेपी कई बार से चुनाव जीत रही है. तीन बार से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीत रहे देव जी पटेल इस बार मैदान में नहीं है. उनकी जगह पार्टी ने पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी को मैदान में उतार दिया है.


यहां पर देवासी, पटेल, माली और एससी जाति के वोटर्स निर्णायक की भूमिका में रहते हैं. इसलिए उन्हीं पर दोनों पार्टी मेहतन कर रही है. जालोर और सिरोही की राजनीति को समझने वाले वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक भरत देवासी खटाना का कहना है कि यहां पर सबकुछ मोदी के नाम पर निर्भर करता है. प्रत्याशी बहुत महत्वपूर्ण नहीं होते हैं. 


वैभव गहलोत लगातार कर रहे दौरा
इस बीच वैभव गहलोत लगातार जालोर और सिरोही में दौरा कर रहे हैं, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. वैभव गहलोत ने अपने एक्स पर एक ट्वीट कर कहा कि 'आबू रोड में कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य स्वर्गीय हीराभाई अग्रवाल के परिजनों से सुखद भेंट हुई. इस दौरान पार्टी के अन्य गणमान्यजनों से भी स्थानीय महत्व के मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई.'


वहीं उन्होंने दूसरा ट्वीट कहा कि 'लोकसभा चुनाव 2024 से संदर्भित बैठक में हिस्सा लिया. दौरान जालोर व सिरोही के अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. बुजुर्गों का ये आशीर्वाद ही हमारी मेहनत का ईंधन है. सिरोही ज़िले के रेवदर में आना हमेशा अपनेपन को महसूस कराता है. इस मौके को विधायक मोतीराम कोली, जिला कांग्रेस अध्यक्ष आनंद जोशी, पूर्व विधायक गंगाबेन गरासिया की मौजूदगी ने और खास बना दिया.'


जालोर-सिरोही में कितने मतदाता
जालोर-सिरोही लोकसभा सीट पर जालोर संसद सीट पर एसटी मतदाता लगभग 325,485 हैं. एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 405,826 है. मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 72,729 है. जालोर संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा विधानसभाएं हैं. पांच विधानसभा जालौर में और तीन सिरोही में है. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी पार्टी के देवजी पटेल ने 7,72,383 वोटों से जीत हासिल की थी. उनके सामने कांग्रेस पार्टी के रतन देवासी रहे, जिनके जीत का अंतर था 2,61,020 वोट का रहा.



यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: क्या राजस्थान में कांग्रेस और RLP में होगा गठबंधन, हनुमान बेनीवाल कहां से लड़ सकते हैं चुनाव?