Rajasthan Lok Sabha Election: राजस्थान में भी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) की आरएलपी के साथ गठबंधन करने पर विचार कर रही है. हालांकि पार्टी नेताओं के एक वर्ग ने गठबंधन को लेकर विरोध जाहिर किया है. सूत्रों ने मंगलवार (5 मार्च) को यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने मंगलवार को यहां राज्य के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी की चयन समिति की बैठक के दौरान गठबंधन पर अपना विरोध व्यक्त किया.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने कहा कि राज्य के कांग्रेस के कुछ अन्य वरिष्ठ नेता भी बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के साथ संभावित गठबंधन के खिलाफ हैं और उन्होंने कांग्रेस के प्रति बेनीवाल के पिछले विरोध और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ उनकी टिप्पणियों का हवाला दिया है. अगर गठबंधन हुआ तो नागौर लोकसभा सीट बेनीवाल के खाते में जाने की पूरी संभावना है.


राजस्थान में कांग्रेस और आरएलपी में गठबंधन?


लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान में कांग्रेस में गठबंधन के पक्षधर लोगों का मानना है कि हनुमान बेनीवाल को जाट समुदाय का लाभ मिलने से पार्टी को फायदा होगा. सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व एक या दो दिन में गठबंधन पर अंतिम निर्णय लेगा. राजस्थान में लोकसभा की 25 लोकसभा सीट हैं और 2019 के आम चुनावों कांग्रेस राज्य में खाता भी नहीं खोल पाई थी.


पिछली बार नागौर से जीते थे हनुमान बेनीवाल


उधर, राजस्थान में बीजेपी मिशन 25 के संकल्प के साथ काम कर रही है. राजस्थान में सबसे पहले बीजेपी ने 15 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुकी है. जबकि अभी 10 सीटों पर ऐलान होना अभी बाकी है. नागौर लोकसभा सीट पर पिछली बार आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने जीत हासिल की थी. इस दौरान उन्होंने बीजेपी को अपना समर्थन दिया था. लेकिन इस बार बीजेपी ने यहां से ज्योति मिर्धा को टिकट दिया है.


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