Haryana Political Crisis: हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों के बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने से सियासी हलचल तेज होती जा रही है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और करनाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि वे निर्दलीय हैं, हम क्या कर सकते हैं. ये (कांग्रेस) अपनों को संभाल कर रखें, जिस दिन हिसाब खुल गया, उस दिन इनको समझ में आएगा कि हमारे संपर्क में कितने हैं.


मनोहर लाल खट्टर ने आगे कहा कि अगर अविश्वास प्रस्ताव भी लाएंगे तो वे (कांग्रेस) ही गिरेंगे. उनके और बाकी दलों के कितने लोग हमारे साथ खड़े होंगे ये उन्हें नहीं पता हमें पता है.


3 निर्दलीय विधायकों ने दिया है कांग्रेस को समर्थन
बता दें कि पुंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलन, दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से निर्दलीय विधायक धर्मपाल गोंदर ने मंगलवार को रोहतक में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एलान किया उन्होंने बीजेपी से अपना समर्थन वापस लिया है. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस को समर्थन करने की घोषणा की.


तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि विधायकों ने यह फैसला जनता की भावना के अनुरूप लिया है. राज्य सरकार अपना नैतिक अधिकार खो चुकी है. सत्ता में रहें, इस सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए. 


दुष्यंत चौटाला की भी आई प्रतिक्रिया
हरियाणा में राजनीतिक घटनाक्रम के बीच सीएम नायब सिंह सैनी के बयान पर हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा मुख्यमंत्री (नायब सिंह सैनी) ने आज ये तो माना कि वह कमजोर हो चुके हैं. मुझे लगता है कि ऐसा सीएम, जो मानता है कि वह कमजोर है तो वह नैतिक आधार पर प्रदेश का नेतृत्व करने लायक नहीं है.


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