Kidney Transplant Gang Busted: अवैध रूप से किडनी ट्रांसप्लांट के मामले में मुख्यमंत्री उड़नदस्ते व स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई छापेमारी में पकड़े गए पांच बांग्लादेशियों को शनिवार को जेल भेज दिया गया. इनमें तीन मरीज और दो डोनर शामिल हैं. 


छापेमारी में गिरफ्तारी के बाद सभी को गुरुग्राम नागरिक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. यह छापेमारी चार अप्रैल को सेक्टर-39 के बाबिल गेस्ट हाउस में की गई थी. किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का सरगना अभी भी फरार है.


ये है पकड़े गए आरोपी
पकड़े गए सभी आरोपी बांग्लादेश के रहने वाले हैं. वे किडनी ट्रांसप्लांट कराने के बाद गुरुग्राम के एक गेस्ट हाउस में रह रहे थे. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया. जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्राप्तकर्ता कबीर एमडी अहसानुल (31), नुरुल इस्लाम (56), महमूद सैयद अकबर (25, दानकर्ता शमीम मेहंदी हसन (34) और हुसैन एमडी आजाद (30) के रूप में की गई है.


पैसे के लिए बेच रहे थे किडनी
सदर थाना पुलिस स्टेशन के एसएचओ अर्जुन के अनुसार सभी ने अपनी किडनी के लिए 2 लाख रुपये लिए. जो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि दाता न तो प्राप्तकर्ता से भावनात्मक रूप से जुड़ा था और न ही र खून का कोई संबंध था.  पैसे के लाभ के लिए अपने अंग यानी किडनी की आपूर्ति करने की पेशकश की थी. ऐसे में सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 


पैसे लेकर किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़
4 अप्रैल को सीएम फ्लाइंग स्क्वायड, जिला स्वास्थ्य विभाग और गुरुग्राम पुलिस की संयुक्त टीम ने जयपुर के दो निजी अस्पतालों में पैसे लेकर किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया था. रैकेट का मास्टरमाइंड झारखंड का मूल निवासी मोहम्मद मुर्तजा अंसारी अभी भी फरार है.


 गुरुग्राम से राजेश यादव की रिपोर्ट.


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