Maharashtra News: मुंबई के पूर्व मेयर दत्ता दलवी की जमानत याचिका पर कल सुनवाई हुई. इस बीच, चूंकि दत्ता दलवी को अभी तक जमानत नहीं मिली है. कल रात भी उन्हें जेल में ही गुजारनी पड़ी. मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट मुलुंड एमआर वाशिम कर की अदालत में दत्ता दलवी के मामले की सुनवाई हो रही है. कल सुनवाई आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई थी. साथ ही सरकारी वकील ने बहस करने के लिए समय मांगा था.


क्या बोले दलवी के वकील?
उन्होंने कहा, दलवी एक जिम्मेदार और वरिष्ठ नागरिक हैं और उन्होंने यह बयान दोनों पार्टियों के अंदरूनी विवाद के चलते दिया है. दलवी मुंबई के स्थायी निवासी हैं. इसलिए, दत्ता के वकीलों ने मांग की कि अदालत उन्हें शर्तों के साथ जमानत दे दे. वहीं, दत्ता दलवी के वकीलों ने भी कोर्ट को आश्वासन दिया कि वे पुलिस को हर तरह से सहयोग करेंगे और दायित्वों का पालन करेंगे. लेकिन उसके बाद भी सरकारी वकीलों की दलीलों के बाद कोर्ट जमानत अर्जी पर अपना फैसला सुनाने जा रहा था. लेकिन कोर्ट खत्म होने के कारण फैसला सुरक्षित रख लिया गया. अब आज उनकी जमानत पर फैसला आ सकता है.


दत्ता दलवी की कार में तोड़फोड़
एक सार्वजनिक बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपशब्द कहने पर दत्ता दलवी की कार में तोड़फोड़ की गई. अज्ञात व्यक्तियों ने दत्ता दलवी के घर के परिसर में प्रवेश किया और कार में तोड़फोड़ की. पुलिस ने दत्ता दलवी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया है. उसके बाद, उनके वकीलों ने तुरंत जमानत के लिए आवेदन किया. लेकिन कल जमानत पर कोई फैसला नहीं हुआ. इसलिए दलवी को ठाणे जेल ले जाया गया है. दलवी के वकील ने फिर से जमानत के लिए अर्जी दी है. 


कौन हैं दत्ता दलवी?
दत्ता दलवी को बाला साहेब के कट्टर शिवसैनिक के रूप में जाना जाता है. दत्ता दलवी ने अपने करियर की शुरुआत एक सामान्य शिवसैनिक के रूप में की थी. अपने आक्रामक स्वभाव के कारण वह कम समय में ही मशहूर हो गये और बालासाहेब ठाकरे के विश्वासपात्र बन गये. उन्होंने शिवसेना के विभाग क्रमांक 7 के विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी निभाई. दत्ता दलवी 2005 से 2007 के बीच मुंबई के मेयर भी रहे. इस दौरान उन्होंने अपने करियर को काफी सफल बनाया. नॉर्थ ईस्ट मुंबई में दत्ता दलवी का काफी प्रभाव है. 


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