सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार (5 जुलाई) को उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के भाषण को 'रूदाली' करार दिया था. इस पर अब शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने पलटवार किया है.

'दोनों ठाकरे ब्रदर्स से आप डर गए हो'

संजय राउत ने रविवार (6 जुलाई) को मीडिया से बातचीत में कहा, "पब्लिक सब जानती है इसलिए कल आई थी. पब्लिक सब जानती है कि आप कितने झूठे लोग हैं. इसलिए तो कल लाखों की संख्या में पब्लिक आ गई मिस्टर फडणवीस! और मराठी के मुद्दे पर आ गई. आप बौखला गए हो. दोनों ठाकरे ब्रदर्स से आप डर गए हो, ये अब साफ हो गया है. रूदाली क्या होती है, अब आपकी रूदाली शुरू होने वाली है, शुरू हो गई है."

'हम राजनीति के लिए ही साथ आए हैं'

इसके आगे उन्होंने कहा, "एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस एक साथ क्यों आ गए? ऐसा कौन सा महान विचार लेकर आप एक साथ आए हैं. जी हां, अगर आप कहते हैं कि दोनों भाई राजनीति के लिए आए हैं तो समझ लीजिए हम राजनीति के लिए ही साथ आए हैं. ये राजनीति महाराष्ट्र में मराठी हित के लिए हैं." 

भाषा विवाद पर उन्होंने कहा, "दक्षिण के राज्य सालों साल से इस विषय पर लड़ रहे हैं. उनकी भूमिका आज की नहीं है कि हमारे ऊपर हिंदी को मत थोपिए. लेकिन इसका मतलब है कि हिंदी हम बोलेंगे ही नहीं. हम हिंदी बोलेंगे नहीं और हमारे राज्य में हिंदी किसी को बोलने नहीं देंगे. हमारी ये भूमिका नहीं है."

शिवसेना यूबीटी सांसद ने कहा कि हमारी भूमिका है कि प्राथमिक स्कूलों में हिंदी की जो सख्ती हो रही है, वो हम होने नहीं देंगे. हमने इस संघर्ष में एक जीत हासिल की है और तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने हमारी जीत का अभिनंदन किया है. जरूर हम उनको शुभकामनाएं देंगे.

'महाराष्ट्र में हमने हिंदी बोलने पर रोक नहीं लगाई'

संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में हमने हिंदी बोलने पर किसी को रोक नहीं लगाई है. हिंदी फिल्में यहां चलती हैं. गानें , संगीत, हिंदी के प्रोग्राम चलते हैं. हिंदी की किताबें और अखबार यहां चलती हैं.