India-Pakistan Ceasefire: शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 'वे दुश्मन को घुटने पर लाने की बात करते हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो किया है, वो भारत की संप्रभुता के लिए बेइजज्त करने वाली बात है. ट्रेड की बात ट्रंप से करेंगे और पीओके की बात पाकिस्तान से करेंगे.'

न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए संजय राउत ने आगे कहा, "इस देश को ट्रंप चला रहा है, ये साबित हो गया. कहां गई आपकी देशभक्ति. वाशिंगटन से ट्रंप ने दुनिया को ये बात क्यों बताई कि उन्होंने वार रुकवाई. कल आपके संबोधन में इस बात का कोई जिक्र नहीं है. पीएम मोदी के दोस्त ट्रंप ने उनका नाम तक नहीं लिया."

व्यापार देश से बड़ा नहीं है- संजय राउत

उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, "यही ट्रंप को पीएम मोदी दुल्हा बनाकर अहमदाबाद लाए थे, उसने आज भारत की बेइजज्ती की है. कहां गया आपका 56 इंच का सीना. हमारा सवाल ये है ट्रंप से क्या सौदा होगा. व्यापार देश से बड़ा नहीं है. देश बड़ा होता है, आपने ऑपरेशन सिंदूर किया, उस सिंदूर की ताकत के आगे व्यापार नहीं आता है. व्यापार के लिए सिर्फ अमेरिका नहीं है." शिवसेना-यूबीटी नेता ने कहा कि ट्रंप विश्व के अंडरवर्ल्ड के डॉन हैं और ये छोटे-मोटे गुंडों को कंट्रोल करते हैं.

आईटी सेल वालों को दी चेतावनी

इस दौरान बीजेपी की तिरंग रैली पर उन्होंने कहा कि उनकी रैली निकालने की हैसियत नहींं है, आपको तिरंगा छूने का अधिकार नहीं है. आपको तो अमेरिका का झंडा लेकर निकलना चाहिए. आईटी सेल वालों को कहिए चुप रहने के लिए नहीं तो ये लोग रास्ते में पीट जाएंगे.

शरद पवार सरकार के समर्थन में खड़े हैं- संजय राउत

वहीं शरद पवार और अजित पवार के एकसाथ आने की अटकलों पर संजय राउत ने कहा कि उनकी नाराजगी है तो खुलकर बोलना चाहिए और वो सरकार के समर्थन में खड़े हैं, हम नहीं खड़े हैं, हमें मालूम नहीं सरकार की नियत क्या है, पीएम मोदी की नियत क्या है, अमित शाह की नियत क्या है? ये हमको तोड़ सकते हैं. शिवसेना, एनसीपी और आप को तोड़ सकते हैं, ये पाकिस्तान को नहीं तोड़ सकते, ये डरपोक लोग हैं.

इसके अलावा एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के नेता उदय सामंत की राज ठाकरे से मीटिंग को लेकर उन्होंने कहा कि बैठक हो गई है, वह खिचड़ी खाकर चले गए, अब दूसरी खिचड़ी खाने कहां गए हैं, वह मुझे पता नहीं, इसलिए इसे खिचड़ी बोलते हैं.