Maharashtra News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने बुधवार (2 जुलाई) को एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया. उन्होंने बताया कि उन्होंने और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) ने मिलकर एक बार एक मासिक पत्रिका (Monthly Magazine) शुरू करने की कोशिश की थी, लेकिन वह प्रयोग असफल रहा.


यह बात उन्होंने अखिल भारतीय मराठी पत्रकार परिषद द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कही, जहां पत्रकारों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में पवार ने पत्रकारिता से अपने पुराने जुड़ाव का जिक्र किया.


मेरा पत्रकारिता से कुछ नाता रहा है- शरद पवार


उन्होंने कहा, "मेरा पत्रकारिता से कुछ नाता रहा है. अगर हमारा वह प्रयोग सफल होता, तो शायद हम भी आज अखिल भारतीय मराठी पत्रकार परिषद के सम्मान के हकदार होते."


पवार ने बताया कि उन्होंने, दिवंगत बालासाहेब ठाकरे और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर एक मासिक पत्रिका की शुरुआत की थी और सभी ने उसमें 5,000-5,000 रुपये का निवेश किया था. उन्होंने इसे ‘टाइम’ पत्रिका की तरह अंग्रेजी में निकालने की योजना बनाई थी.


पहला अंक ही अंतिम साबित हुआ- शरद पवार


पवार ने हंसी में कहा, "हमने बड़े उत्साह के साथ पहला अंक प्रकाशित किया था और सोचा था कि यह बहुत लोकप्रिय होगा, लेकिन दुर्भाग्यवश वह अंक ही अंतिम साबित हुआ. उसके बाद वह पत्रिका कभी बाजार में नहीं दिखी." उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में पत्रकारिता का कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण होता है और ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है.


इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार मधुकर भावे को ‘बालशास्त्री जम्भेकर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया गया, जबकि पत्रकार भरत जाधव को ‘विशेष सम्मान’ दिया गया. 


शरद पवार ने सभी सम्मानित पत्रकारों को शुभकामनाएं देते हुए उम्मीद जताई कि वे पत्रकारिता के मूल्यों को बनाए रखते हुए लोकतंत्र को सशक्त बनाने में अपना अहम योगदान देते रहेंगे.