Maharashtra Politics: शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर जमकर हमला बोला है. शिवसेना (UBT) के मुखपत्र 'सामना' में तंज कसते हुए कहा गया कि 'मोदी-शाह का राज एक दिन जाएगा, लेकिन जाते-जाते वह देश को टुकड़ों में बांटकर जाएंगे. पिछले 10 सालों में भारत में हिंदू और मुसलमान दो अलग-अलग राष्ट्र बन गए हैं. यह माहौल बंटवारे जैसा है. शिवराय के इतिहास को बदलना, हिंदू-मुसलमानों के लिए अलग दुकानों की मांग करना, यह सब एक सोची-समझी साजिश है, जो भारत को हिंदू पाकिस्तान की ओर धकेल रही है.'
'सामना' में लिखा गया, "मोदी युग का अब अंतिम चरण शुरू हो चुका है. मोदी और उनके लोग कभी न कभी जाएंगे, लेकिन जाते-जाते वे इस देश को टुकड़ों में बांटकर जाएंगे, यह साफ दिख रहा है. देश में आज जो सांप्रदायिक और धार्मिक नफरत बढ़ी है वह बंटवारे से पहले भी इसी तरह दिखाई दे रही थी. आज यहां के कुछ हिंदू नेता जिन्ना की भूमिका में आ गए हैं. मुसलमानों की कमियां निकालकर उन्हें भड़काने का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जो चौंकाने वाला है."
'जश्न मनाने का यह तरीका नहीं है'सामना मुखपत्र में आगे लिखा गया, "दुबई में भारत बनाम न्यूजीलैंड चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में भारत विजयी हुआ. इसके बाद कई जगहों पर बीजेपी समर्थकों ने जीत का जश्न मनाते हुए मोर्चे निकाले. ये मोर्चे रात के समय जानबूझकर मस्जिदों के सामने से निकाले गए और वहां शोरगुल मचाने, जोर-जोर से वाद्ययंत्र बजाने, मुसलमानों के खिलाफ नारेबाजी करने जैसी घटनाएं शुरू हो गईं. मध्य प्रदेश के महू में इसके कारण दो गुटों के बीच दंगा भड़क उठा. इसका असर अन्य जगहों पर भी देखने को मिला. जीत का जश्न मनाने का यह तरीका नहीं है."
सामना में संजय राउत ने लिखा, "भारतीय जनता पार्टी और उसकी विचारधारा से जुड़े लोग खुलकर कह रहे हैं कि मुसलमानों के साथ हम नहीं रहेंगे. हालांकि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने हाल ही में सार्वजनिक रूप से कहा कि हिंदू और मुसलमानों का डीएनए एक ही है. हिंदू और मुसलमानों को एक साथ रहना चाहिए. वे शुरू से ही एक साथ हैं, लेकिन संघ की विचारधारा से जुड़े नए लोगों को यह विचार स्वीकार नहीं है."
'हिंदुओं और मुसलमानों को अलग करने की साजिश'संजय राउत ने आगे लिखा, "महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने महाराष्ट्र में हिंदुओं और मुसलमानों के लिए अलग-अलग मटन की दुकानें बनाने की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश की बीजेपी विधायक केतकी सिंह ने कहा कि मुसलमानों के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड बनाएं. यह जहर फैलाने का सिलसिला यूं ही चलता रहा तो भारत के हिंदू-पाकिस्तान बनने की गति और तेज हो जाएगी. उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में मुस्लिम माफिया और गुंडों के एनकाउंटर शुरू हो गए हैं, लेकिन एक विशेष जाति के गुंडों और माफियाओं को पूरा अभय मिला हुआ है."
उन्होंने कहा "वहीं महाराष्ट्र सहित भारत में तथाकथित हिंदुत्ववादियों ने फिर से औरंगजेब को जिंदा कर दिया. इसके पीछे राजनीतिक स्वार्थ है. औरंगजेब को महाराष्ट्र में दफना दिया गया. वह मिट्टी में मिल गया, लेकिन किसी फिल्म के सहारे औरंगजेब को फिर से समाज में खड़ा करना शिवराय का भी अपमान है. शिवराय ने हिंदवी स्वराज्य के लिए पहली लड़ाई चंद्रराव मोरे से की, उसी चंद्रराव मोरे के वंशज आज बीजेपी में और शायद महाराष्ट्र सरकार में भी हैं."
'छत्रपति शिवाजी महाराज ने कभी धर्मांध राजनीति नहीं की'उद्धव गुट के सांसद ने कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज ने कभी भी धर्मांध राजनीति नहीं की. उन्होंने सभी भाषाओं का सम्मान किया. आज शिवराय को अलग-अलग धर्मांध खांचों में खड़ा करना एक राष्ट्रीय पाप है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र से अगर शिवराय इतिहास मिटाना नहीं चाहते हैं, तो उन्हें ऐसे बेसमझ उत्तेजक लोगों को मंत्रिमंडल से बाहर रखना चाहिए. कुछ लोग औरंगजेब की कब्र उखाड़ना चाहते हैं, लेकिन महाराष्ट्र में हिंदू पाकिस्तान वाले हिंदू औरंगजेब पैदा कर रहे हैं. वे कब्र में पड़े औरंगजेब से भी ज्यादा भयानक हैं."