Clashes between NCP-BJP workers in Pune: पुणे में हुए एक कार्यक्रम में एनसीपी और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के एक दिन बाद मंगलवार को पुलिस ने कहा कि एक महिला पर कथित रूप से हमला करने को लेकर तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं, बीजेपी ने आरोप का खंडन किया है. बता दें कि पुस्तक विमोचन के इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मौजूद थीं.


दोषियों पर होगी कार्रवााई 


पूरे मामले को लेकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसके विरूद्ध पुलिस मामला दर्ज करेगी. दूसरी तरफ बीजेपी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद’ है, जहां एनसीपी, कांग्रेस एवं शिवसेना के साथ सत्ता में है.


एनसीपी ने लगाया महिला कार्यकर्ता पर हमले का आरोप
बता दें कि सोमवार को पुणे में कांग्रेस और एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने एक लक्जरी होटल के बाहर और बाद में बाल गंधर्व सभागार में महंगाई के विषय पर प्रदर्शन किया था. इस सभागार में ईरानी ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. एनसीपी ने आरोप लगाया कि बाल गंधर्व सभागार में उसकी एक महिला कार्यकर्ता पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हमला किया.


3 बीजेपी कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज
दक्कन जिमखाना थाने के वरिष्ठ निरीक्षक मुरलीधर कारपे ने बताया, ‘‘ आईपीसी की धाराओं 354 (लज्जा भंग करने के इरादे से महिला पर हमला या बलप्रयोग), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) एवं अन्य संबंधित धाराओं के तहत तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध कल देर रात मामला दर्ज किया गया.’’


यह घटना तब हुई जब एनसीपी सदस्य अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एलपीजी के दाम में वृद्धि को लेकर ईरानी को एक ज्ञापन सौंपने गयी थीं. वलसे पाटिल ने मंगलवार को कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, भले ही वह किसी भी दल का हो. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी महिला पदाधिकारी या किसी महिला के साथ मारपीट करना आपत्तिजनक है. इसलिए उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी’’


महेश तापसे ने की घटना की निंदा
एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने महिला पदाधिकारी पर इस कथित हमले की ईरानी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल द्वारा निंदा नहीं किये जाने पर नाराजगी जाहिर की. तापसे ने कहा, ‘‘ यह बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई की मानसिकता को दर्शाता है. राज्य की महिलाएं इस घटना को जरूर याद रखेंगी.’’


महंगाई के मुद्दे पर चुप क्यों हैं ईरानी- एनसीपी
वहीं, एनसीपी प्रवक्ता क्लायड क्रैस्टो ने कहा कि यह आश्चर्यजनक नहीं है कि (2014 से पहले, बीजेपी के विपक्ष में रहने के दौरान) महंगाई के मुद्दे पर मुखरता से बोलने वालीं ईरानी अब इस मुद्दे पर चुप हैं.


बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी नेता केशव उपाध्याय ने इस मुद्दे को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधा. उन्होंने ‘पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में’ राज्य के मंत्री जितेंद्र अव्हाड के निवास पर एक अभियंता की एनसीपी कार्यकर्ताओं द्वारा कथित पिटाई तथा बीजेपी नेता विनायक आंबेडकर एवं मराठी अभिनेत्री केतकी चितले पर ‘हमले’ की हाल की अलग-अलग घटनाओं का उल्लेख किया. बीजेपी के एक बयान में उपाध्याय को यह कहते हुए सुना गया है, ‘‘शरद पवार की मौन सहमति से महाराष्ट्र में राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद है..... शांतिपूर्वक जीवन जीने का लोगों का अधिकार एनसीपी कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी के कारण खतरे में पड़ गया है.’’ उन्होंने दावा किया कि गृह विभाग एनसीपी के पास है और उसने पुलिस को उन लोगों को बचाने का निर्देश दिया है, जो कथित रूप से आतंक फैलाने में लगे हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने ‘‘आतंकवाद के जरिए राजनीतिक विरोधियों का सफाया करने’’ की योजना बनायी है.


जगदीश मलिक ने आरोपों को ठहराया गलत


बीजेपी की पुणे इकाई के अध्यक्ष जगदीश मलिक ने दावा किया कि पार्टी कार्यकर्ताओं के विरूद्ध छेड़खानी का आरोप गलत है. उन्होंने कहा, ‘‘जब बाल गंधर्व सभागार में यह घटना घटी तब पुलिस मौजूद थी. यह झूठे आरोप लगाकर हमारी आवाज दबाने का प्रयास है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि एनसीपी के 150-200 कार्यकर्ता होटल में घुस गये, जहां ईरानी कार्यक्रम में हिस्सा ले रही थीं और उनके काफिले को रोकने एवं उनपर स्याही फेंकने की भी कोशिश हुई लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर लगे छेड़खानी के आरेाप को वापस लेने की मांग की.


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