Sanjay Raut On CAA: देश में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) लागू हो गया है. इसको लेकर शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने कहा कि सब करके हिंदू मुसलमान करेंगे, भारत-बांग्लादेश करेंगे.


उन्होंने कहा, ''भारत-पाकिस्तान करेंगे यह खेल उनका चल रहा है. 370 हटाया, क्या हुआ कश्मीरी पंडित आ गए क्या? PoK आ गया क्या? लद्दाख में चीन घुस गया. क्या किया? अब जब तक चुनाव है, यह CAA खेलेंगे.''


सीएए को लेकर अधिसूचना ऐसे समय में जारी की गई है जब अगले कुछ दिनों के भीतर चुनाव की घोषणा होने वाली है.


ऑनलाइन होगी प्रक्रिया


गृह मंत्रालय ने नागरिकता देने के लिए आवेदकों की सुविधा के लिए एक पोर्टल तैयार किया है. इसकी पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी.  आवेदकों को वह साल बताना होगा जब उन्होंने यात्रा दस्तावेजों के बिना भारत में प्रवेश किया था. एक अधिकारी ने कहा, आवेदकों से कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा.


हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि सीएए को लागू होने से को कोई नहीं रोक सकता क्योंकि यह देश का कानून है. साथ ही उन्होंने कहा था कि यह चुनाव से पहले लागू किया जाएगा.


पहले क्या था कानून?


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में 9 राज्यों के 30 से अधिक जिला अधिकारियों और गृह सचिवों को नागरिकता अधिनियम-1955 के तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आने वाले हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, जैनियों, पारसियों और ईसाइयों को भारतीय नागरिकता देने की शक्तियां दी गई हैं.


गृह मंत्रालय की 2021-22 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, एक अप्रैल 2021 से 31 दिसंबर 2021 तक इन तीन देशों के गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदायों के कुल 1,414 विदेशियों को भारतीय नागरिकता दी गई.


सीएए को दिसंबर 2019 में संसद से मंजूरी मिली थी. इसके बाद इसे राष्ट्रपति ने भी मंजूरी दे दी. हालांकि इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. माना गया कि इसी वजह से तब कानून लागू नहीं हो सका.


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