Kuno National Park: चीतों का खाना लाने के लिए 300 km की दौड़, पहले 700 तो अब 600 चीतल लाने की तैयारी
Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल में रह रहे चीतों के लिए घनत्व बढ़ाने के उद्देश्य से पेंच और सिवनी अभ्यारण से 600 चीतल मगाएं जा रहे. पहले भी दोनों ही जगह से 700 चीतल लाए गए थे.
Cheetah in Kuno National Park: कूनो नेशनल पार्क में मौजूद नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों के भोजन के लिए पेंच और नरसिंहगढ़ से 600 चीतल लाए जा रहे हैं. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने इसके लिए शासन को पत्र लिखा था. शासन ने इसके लिए अनुमति दे दी है. अब जल्द ही यह 600 चीतल कूनो नेशनल पार्क लाए जाएंगे.
बता दें चीता प्रोजेक्ट को लेकर सरकार खासी गंभीर है. चीता प्रोजेक्ट की सफलता के लिए हर छोटी-मोटी चीतों पर गंभीरता दिखाई जा रही है. कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल में रह रहे चीतों के लिए घनत्व बढ़ाने के उद्देश्य से पेंच और सिवनी अभ्यारण से 600 चीतल मंगाए जा रहे. पहले भी दोनों ही जगह से 700 चीतल पहले भी लाए गए थे.
कूनो में 50 हजार चीतल मौजूद
बता दें कि ऐसा नहीं है कूनो वन मंडल में चीतल और सांभर का अभाव है. कूनो वन मंडल में भी 50 हजार से अधिक चीतल और सांभर मौजूद हैं. बावजूद नरसिंहगढ़ स्थित सिवनी अभ्यारण और पेंच अभ्यारण से चीतल लाए जा रहे हैं. इनमें 100 चीतल नरङ्क्षसहगढ़ स्थित सिवनी अभ्यारण से लाए जाएंगे, जबकि 500 चीतल पेंच अभ्यारण से आएंगे. शासन से इसकी मंजूरी मिल गई है, जब जल्द ही यह चीतल लाए जाएंगे.
शासन से मिली स्वीकृति
कूनो डीएफओ पीके वर्मा के अनुसार नरसिंहगढ़ से 100 चीतल, जबकि पेंच से 500 चीतल लाए जाएंगे. चीतल को लाने के लिए शासन को पत्र लिखा था, अनुमति मिल गई है. अब जल्द ही चीतल की खेप लाई जाएगी. डीएफओ वर्मा के अनुसार वर्तमान में कूनो के बड़े बाड़ों में रह रहे नौ चीतों के लिए लगभग ढाई सौ चीतल छोड़े गए हैं.
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