(Source: ECI / CVoter)
MP News: मध्य प्रदेश में किसानों को सौर ऊर्जा देने पर हो रहा है विचार, इस योजना पर काम कर रही है सरकार
Sehore News : अभी मध्य प्रदेश के खेती के फीडर पर 10 घंटे थर्मल बिजली आपूर्ति होती है. अगर सौर उर्जा को भी इसमें शामिल कर लें तो कुल 18 घंटे बिजली आपूर्ति हो सकती है.
भोपाल: मध्य प्रदेश में किसानों के लिए अब बिजली संकट दूर होता हुआ दिख रहा है. अब खेती के लिए 8 घंटे मिलेगी सौर ऊर्जा. मध्य प्रदेश सरकार प्रदेश भर के खेतों में 8 घंटे सौर ऊर्जा से बिजली देने की तैयारी कर रही है. मध्य प्रदेश सरकार की प्लानिंग शुरू हो चुकी है. अगले महीने सौर ऊर्जा की इस परियोजना के लिए टेंडर होने वाले हैं. इसके लिए खेती के फीडरों को सौर ऊर्जा फीडरों में बदला जाएगा.
अभी किसानों को मिलती है कितनी बिजली
अभी मध्य प्रदेश के खेती के फीडर पर 10 घंटे थर्मल बिजली आपूर्ति होती है. अगर सौर उर्जा को भी इसमें शामिल कर लें तो कुल 18 घंटे बिजली आपूर्ति हो सकती है. हालांकि अभी कुल आपूर्ति पर फाइनल कार्य योजना नहीं बनी है. मध्य प्रदेश सरकार ने खेती की बिजली को सौर ऊर्जा पर शिफ्ट करने की तैयारी की है.
कुसुम योजना में नई परियोजनाएं लाना तय किया गया है. इसके लिए टेंडर अगले महीने तक हो जाएंगे. मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा के लिए बड़े पैमाने पर काम हो रहा है. भविष्य में बिजली की मांग और कोयला संकट को देखते हुए सौर ऊर्जा ही बेहतर विकल्प है. सितंबर 2021 से मई 2022 इसमें दो बार कोयले की कमी के कारण बिजली संकट छा चुका है. भविष्य में इससे निपट सकें इसके लिए 50 फीसदी बिजली खपत को सौर ऊर्जा पर शिफ्ट करने पर काम हो रहा है. 30 हजार मेगावॉट सौर ऊर्जा बनाने की दीर्घकालीन योजना पर काम चल रहा है. इसके तहत ही खेती के फीडर सौर ऊर्जा पर शिफ्ट होते हैं तो धर्मल बिजली की बड़ी खपत पर रोक लगेगी. इसके साथ ही खेती के फीडर पर बिजली में नुकसान पर अंकुश लगेगा.
सौर ऊर्जा से क्या होगा फायदा
मध्य प्रदेश में वर्तमान में खेती के लिए अलग फीडर है, लेकिन इस पर थर्मल बिजली ही मिलती है. कोयला संकट होने के कारण प्रदेश में बिजली संकट छाया है तो खेती के फीडर पर भी भारी ट्रिपिंग यानी अघोषित कटौती शुरू हो गई है. अभी तक 10 घंटे खेती की बिजली आपूर्ति देने का दावा है लेकिन कई जगह पर यह 6 से 8 घंटे ही मिल पाई है .हालांकि अब कोयला संकट दूर हो रहा है तो वापस सुधार की स्थिति है. अब यदि सौर ऊर्जा मिलती है तो यह ट्रिपिंग कम हो सकेगी. साथ ही कुल आपूर्ति भी बढ़ जाएगी.
यह भी पढ़ें