Madhya Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस (Congress) सरकार के भीतर राजनीतिक संकट अपने उफान पर है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार से कई अपने ही पार्टी के विधायक नाराज चल रहे हैं, जिसका सैंपल हाल में संपन्न हुई राज्यसभा चुनाव में बखूबी देखने को मिला था. इस बीच कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने हिमाचल कांग्रेस में अंदरूनी कलह को लेकर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है. 


कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह उन साजिशकर्ताओं का काम है, जिन्होंने सरकारें गिराने की जिम्मेदारी ली है, लेकिन हिमाचल प्रदेश की सरकार अभी भी वहीं है. वहीं दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के बागियों के खिलाफ पार्टी द्वारा फैसला लेने के सावल पर कहा कि समय आने पर सही फैसला लिया जाएगा. इसके अवाला दिग्विजय सिंह से लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन को लेकर बताया कि स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग हो गई है, अब सेंट्रल इल्केशन कमेटी में बात जाएगी तो हो जाएगा.





हिमाचल में क्या हुआ?
दरअसल हिमाचल प्रदेश की सरकार का सियासी संकट बुधवार को शुरू हुआ था, जबकि इसकी नींव मंगलवार को तब पड़ गई थी, जब हिमाचल की एक सीट पर राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. इस हार के चर्चे इसलिए हुए, क्योंकि कांग्रेस यहां बहुमत में है, जबकि बीजेपी के सिर्फ 25 विधायक ही थे. कांग्रेस के 6 विधायकों ने बगावत कर दी. 


इस तरह कांग्रेस के 6 और तीन निर्दलीयों विधायकों ने चुनाव से ऐन पहले खेमा बदल लिया और बीजेपी के लिए क्रॉस वोटिंग कर दी. इसके चलते बीजेपी के उम्मीदवार जीत गए और कांग्रेस हार गई. इसके बाद से ही सुक्खू सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. इसके बाद से कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है.



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