Chhindwara Lok Sabha Election 2024: मध्य प्रदेश में राजनीतिक बातचीत में छिंदवाड़ा को 'कमलनाथ का छिंदवाड़ा' कहा जाता है. लोकसभा चुनाव के पहले चरण में देश के जिन 102 संसदीय क्षेत्रों में 19 अप्रैल 2024 को वोट डाले जाएंगे, उनमें से 'कमलनाथ का छिंदवाड़ा' भी हॉट सीट बनी हुई है. 


इस सीट को कमलनाथ का अभेद्य किला भी कहा जाता है, जिस पर फतह के लिए बीजेपी ने इस बार अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. कमलनाथ भी आसानी से हार मानने वाले नेताओं में से नहीं है. इसीलिए पिछले दो माह से उन्होंने छिंदवाड़ा का कोना-कोना छान मारा है.


11 बार परिवार के सदस्य पहुंचे लोकसभा
दरअसल, छिंदवाड़ा को कमलनाथ का अभेद्य किला कहने के पीछे बड़ी राजनीतिक विरासत जुड़ी हुई है. एक बार के अपवाद को छोड़कर आजादी के बाद अब तक हुए सभी चुनाव में छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार ने ही जीत हासिल की है. पिछले 12 लोकसभा चुनाव में से तो 11 बार कमलनाथ या उनके परिवार के सदस्य ही छिंदवाड़ा से जीतकर लोकसभा में पहुंचे हैं. सिर्फ एक बार 1997 के उपचुनाव में बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को पटकनी दी थी. छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ नौ बार, उनकी पत्नी अलका नाथ एक बार और पुत्र नकुल नाथ भी एक बार सांसद रह चुके हैं.


जीवन की सबसे बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं
मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र दुबे कहते हैं कि इस बार छिंदवाड़ा में कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ पुत्र नकुलनाथ के लिए अपने जीवन की सबसे बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़ रहे हैं. कमलनाथ के करीबियों में सेंधमारी करके बीजेपी ने छिंदवाड़ा फतेह के लिए माइक्रो लेवल का प्लान तैयार किया है. हालांकि, बीजेपी ने अपने स्थानीय नेता विवेक बंटी साहू को ही नकुलनाथ के खिलाफ मैदान में उतारा है, लेकिन पार्टी के कैलाश विजयवर्गीय जैसे रणनीतिकार ने छिंदवाड़ा में कैंप करते हुए उनकी जीत की बिसात बिछाई है.


विजयवर्गीय छिंदवाड़ा सीट पर बड़े मार्जिन से विवेक बंटी साहू की जीत का दावा भी लंबे समय से कर रहे हैं. गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सहित तमाम बड़े नेताओं छिंदवाड़ा मैं विवेक बंटी साहू के लिए जोरदार प्रचार किया है.


हर रोज 5 से ज्यादा चुनावी सभाएं कर रहे हैं
वहीं,कांग्रेस के नगर अध्यक्ष विश्वनाथ ओटके ने एबीपी लाइव से बातचीत में दावा किया है कि छिंदवाड़ा सीट पर नकुल नाथ एक लाख से ज्यादा वोटो से जीत दर्ज करेंगे और यह कमलनाथ की गारंटी है.ओटके ने बताया कि कमलनाथ पिछले दो माह से हर रोज 5 से ज्यादा चुनावी सभाएं कर रहे हैं. इसके अलावा अभी तक कार्यकर्ताओं एवं आम मतदाताओं से मेल-मुलाकात की हजारों बैठक हो चुकी हैं.


कांग्रेस कैंडिडेट नकुल नाथ की चुनावी सभाओं और बैठकों का आंकड़ा इससे दोगुना है.इस हिसाब से देखें तो अभी तक छिंदवाड़ा संसदीय सीट में कमलनाथ 300 से ज्यादा छोटी बड़ी चुनावी सभाएं कर चुके हैं. नकुल नाथ का नाम तो कांग्रेस की स्टार प्रचारकों की लिस्ट में भी शामिल हैं.


19 अप्रैल को छिंदवाड़ा में डाले जाएंगे वोट
छिंदवाड़ा में कुल 1934 पोलिंग बूथ हैं, जिनमें शुक्रवार 19 अप्रैल को सुबह 7 बजे लेकर शाम 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे. छिंदवाड़ा में लगभग 16 लाख मतदाता है,जिनके हाथ में जीत-हार की चाबी है. अब यह देखना है कि 4 जून को नतीजे के बाद कांग्रेस के कमलनाथ दूसरी बार संसद में पहुंचते हैं या फिर बीजेपी के विवेक बंटी साहू की लॉटरी खुलती है.


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