Orchha News: शराबबंदी अभियान को लेकर लगातार चर्चाओं में रहने वाली भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने कहा कि ओरछा के विधायक और सांसद को राम का नाम लेने का भी अधिकार नहीं है. ओरछा की शराब दुकान को लेकर उमा भारती ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को क्लीन चिट देते हुए वहां के सांसद और विधायक को दोषी करार दिया. 


बता दें कि मंगलवार को मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम और भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने एक के बाद एक छह ट्वीट कर लिखा कि ओरछा की शराब की दुकान नहीं हट पाने का रहस्य खुल गया है. हमारी सरकार ने जब बंद करने का नोटिस दिया, तो तीन बातें गलत तरीके से प्रस्तुत की गई. 


ये हैं उमा भारती के छह ट्वीट
1. यह तर्क दिया गया कि ओरछा के रामराजा सरकार के मंदिर से एक किलोमीटर से ज्यादा है. यह नहीं लिखा गया कि यह रामराजा सरकार के मंदिर के प्रवेश द्वार के मुहाने पर है और रोड के मध्य से सिर्फ 17 फीट की दूरी है. राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यटक वहीं से प्रवेश करते हैं. रात को सात बजे के बाद शराबी लोग बीच सड़क पर ही झूमते हुए खड़े हो जाते हैं और गाली गलौज करते हैं. इससे कई बार दुर्घटनाएं भी हो जाती है. पर्यटकों को असुविधा और बीजेपी को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है.


2. यह दुकान इससे पहले अंदर की तरफ डेढ़ किलोमीटर दूर थी. कमाई कम होती थी. ठेकेदार को लाभ दिलाने के लिए जिला आबकारी विभाग ने यह दुकान यहां खुलवाई. इस दुकान के खुलने का विरोध ओरछा के नागरिक, मीडियाकर्मी, विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल आदि सभी ने किया. यहां तक कि हमारा भाजपा का एक पदाधिकारी इस वजह से जेल गया. इतने भारी विरोध के बाद भी दुकान यहां बनी रही.


3. सरकार के पास सबसे बड़ी शक्ति होती है, हमारी सरकार ऐसी शराब की दुकानों के सामने कैसे शक्तिहीन हो गई, यह खोज का विषय है.


4. मेरी जानकारी में मुख्यमंत्री शिवराज को इस संपूर्ण विषय की समग्रता से जानकारी नहीं है. मैं मुख्यमंत्री को जानती हूं, उनकी जानकारी में होता तो यह दुकान कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के आधार पर कभी भी बंद कर सकते थे.



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5. मुख्यमंत्री शिवराज वर्ष में कई बार ओरछा आते हैं, खूब लाइटें जलती है, धूम धड़ाका होता है. निवाड़ी जिले के विधायक और सांसद हमारे भाई को घेरे रहते हैं, उन्हें वास्तविकता का पता ही नहीं लग पाता है.