JMM Supremo Shibu Soren admitted to Hospital: झामुमो (JMM) सुप्रीमो और झारखंड (Jharkhand) के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन (Shibu Soren) की तबीयत बिगड़ गई है. उन्हें रांची (Ranchi) के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती कराया गया है. मिंट में छपी एक खबर के मुताबिक, अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि नेता ने सांस फूलने की शिकायत की थी. मेदांता अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक अजीत सिंह ने कहा, "सांस फूलने की शिकायत के बाद शिबू सोरेन को एक घंटे पहले अस्पताल ले जाया गया है. पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड प्रारंभिक टेस्ट कर रहा है. उन्हें अभी तक भर्ती नहीं किया गया है, लेकिन टेस्ट किया जा रहा है."


कौन हैं शिबू सोरेन?
झामुमो के अध्यक्ष शिबू सोरेन का झारखंड की राजनीति में बड़ा नाम है. शिबू सोरेन का जन्म 11 जनवरी, 1944, रामगढ़ में हुआ था. शिबू सोरेन का जन्म एक छोटे से गांव में हुआ था जो अब मध्य झारखंड राज्य है. शिबू सोरेन की पहली राजनीतिक गतिविधि 1970 के दशक की शुरुआत में हुई, जब वे आदिवासियों की जमीन को बाहरी हितों से मुक्त कराने में शामिल हुए थे. वह जल्द ही एक प्रभावशाली आदिवासी नेता बन गए. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) आंदोलन का गठन 1973 में सोरेन और अन्य लोगों द्वारा किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य मौजूदा बिहार राज्य के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों से अलग झारखंड राज्य का निर्माण करना था. वह लक्ष्य 2000 में हासिल किया गया था.


झारखंड मुक्ति मोर्चा के कब अध्यक्ष बने शिबू सोरेन?
शिबू सोरेन ने औद्योगिक और खदान श्रमिकों और क्षेत्र के अल्पसंख्यक लोगों के समर्थन की मांग करके झामुमो के राजनीतिक आधार का सफलतापूर्वक विस्तार किया. वह 1987 में झामुमो के अध्यक्ष बने. साल 2000 में झारखंड राज्य के निर्माण से झामुमो को ज्यादा राजनीतिक सफलता नहीं मिली.


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