Bird Flu Outbreak In Jharkhand: झारखंड की राजधानी रांची में सरकार द्वारा संचालित पॉल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद से पशुपालन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है. विभागीय अधिकारियों ने मुर्गियों की खरीद फरोख्त पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. वहीं, एच5एन1 एवियन बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित की है. टीम को बर्ड फ्लू को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 


रांची में बर्ड फ्लू (एवियन फ्लू) सामने आने के बाद से अब तक 2,196 पक्षियों को मारा गया गया है. पशुपालन विभाग रांची की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रैपिड रिस्पांस टीम (RRT) का गठन एवियन बर्ड फ्लू का नियंत्रित करने के मकसद से किया गया है. आरआरटी ने मुर्गी पालन केंद्रों में जिम्मेदार अधिकारियों को साफ सफाई सुश्चित करने का निर्देश दिया है. 


इसके अलावा, एवियन फ्लू को बेकाबू होने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए को कहा है. ताकि एच5एन1 बर्ड फ्लूको  रोकना संभव हो सके. रांची से होतवा पॉल्ट्री में भी एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा का केस सामने आया था. 


अभी चिकन न करें इस्तेमाल


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक एक पॉल्ट्री फॉर्म के एजीएम डॉ. गणेश राम ने कहा कि एक किलोमीटर के दायरे के पॉल्ट्री फॉर्म से सभी अंडों और मुर्गियों का बाहर करने का निर्देश दिया है. बर्ड फ्लू को लेकर लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया ज रहा है. लोगों से कहा जा रहा है कि वो चिकन का प्रयोग अभी नही करें. 1700 अंडों और 1800 मुर्गियों को मारा जा चुका है. 
 
पॉल्ट्री फॉर्मों को किया जा रहा सैनिटाइज


उन्होंने कहा पॉल्ट्री फॉर्मों सैनिटाइज किया जा रहा है. अब अगले तीन महीने तक एक भी पक्षी नहीं लाए जाएंगे. बर्ड फ्लू की चपेट में आये पक्षियों का सैंपल इकट्ठा करने के बाद उसे टेस्टिंग के लिए कोलकाता भेजा जा रहा है. बता दें कि अप्रैल 20 को झारखंड और केंद्र सरकार ने बर्ड फ्लू की आधिकारिक तौर पर पुष्टि की थी. 


Jharkhand Lok Sabha Election: JMM के विधायक चमरा लिंडा ने कर दिया खेल, कांग्रेस की बढ़ा दी टेंशन?