Jammu Kashmir News: डेमोक्रैटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के चेयरमैन और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन को छोड़कर एनडीए ज्वाइन करने के फैसले पर कहा कि उनकी दाद देनी पड़ेगी क्योंकि उन्होंने अपना वोट बैंक बरकरार रखा है. आजाद ने साथ ही कहा कि वह एक अन-रिकॉग्नाइज्ड पार्टी की तरह व्यवहार कर रहे हैं. 


गुलाम नबी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ''एक रिकॉग्नाइज पार्टी और अन-रिकॉग्नाइज पार्टी में बड़ा फर्क होता है. अन-रिकॉग्नाइज्ड पार्टी के पास अपना चुनाव चिह्न नहीं होता और वह अलग-अलग विधानसभा सीटों में अलग-अलग चुनाव चिह्न पर लड़ते हैं लेकिन रिकॉग्नाइज पार्टी का चुनाव चिह्न एक जैसा रहता है. नीतीश कुमार कई बार अन-रिकॉग्नाइज्ड पार्टियों की तरह बिहेव करते हैं. नीतीश जी को दाद देनी पड़ेगी क्योंकि उन्होंने अपना वोट बैंक बरकरा रखा है और अगर उनका वोट बरकरार नहीं होता तो कोई उन्हें नहीं पूछता. उनके जितने वोट हैं या वह जिस जाति से आते हैं इसके बावजूद उन्हें सब ढूंढते हैं.''


इंडिया गठबंधन को लेकर यह बोले आजाद
पूर्व सीएम गुलाम नबी ने इंडिया गठबंधन को लेकर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा, ''यह इंडिया गठबंधन मैरिज ऑफ कंपल्शन है. कांग्रेस ने दो बार कोशिश की लेकिन वह नेता विपक्ष नहीं बना पाए अब तीसरी बार भी चीज कुछ अच्छी नहीं है. और यह मौका था कांग्रेस के पास कि वह अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन करते. लेकिन यह भी अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पा रही है क्योंकि दूसरी पार्टियों को भी साथ में लेकर चलना चाहिए था. कांग्रेस अगर बंगाल में घूमती हो है तो उन्हें वहां क्या मिलता है. कांग्रेस के पास बिहार को छोड़कर देने के लिए कुछ नहीं है.'' नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की सुबह महागठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया और शाम को एनडीए का हिस्सा बनकर नौवीं बार सीएम के रूप में शपथ ली.


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