Shimla HPU News: हिमाचल की राजधानी के समरहिल स्थित विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राएं कॉपी-पेन नहीं बल्कि डंडे और लोहे की रॉड लेकर आते हैं. जिस विश्वविद्यालय को करोड़ों रुपए खर्च कर पढ़ाई के लिए बनाया गया है, वह लड़ाई का अखाड़ा बना हुआ है. मंगलवार सुबह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एबीवीपी और एसएफआई के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. सुबह 8:45 पर दोनों छात्र संगठनों में कहासुनी हुई. देखते ही देखते कहासुनी हाथापाई में बदल गई. कुछ ही देर में दोनों छात्र संगठनों के कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर एक दूसरे पर वार करने के लिए पहुंच गए. यही नहीं, पुलिस के रोकने के बावजूद कई कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर पथराव भी किया.


वीडियो में भिड़ते नजर आ रहे छात्र-छात्राएं


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ऑफ स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प का वीडियो भी सामने आया है. इस वीडियो में छात्र-छात्राएं आपस में भिड़ते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में पहली लड़ाई पिंक पेटल चौक पर हो रही है. जहां छात्र संगठनों के कार्यकर्ता एक-दूसरे पर जमकर लात-घूसे चला रहे हैं.



अगला वीडियो विश्वविद्यालय के साइंस ब्लॉक के नजदीक का है. जहां कुछ कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर केमिस्ट्री डिपार्टमेंट की तरफ जाते नजर आ रहे हैं. तीसरे वीडियो में पुलिस छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं को रोक रही है, लेकिन पुलिस की बात न मानकर छात्र नेता कैंपस के अंदर पथराव करते दिख रहे हैं.


विश्वविद्यालय में तनाव का माहौल


ABVP-SFI कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद विश्वविद्यालय में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. शिमला पुलिस ने भी बड़ी संख्या में सुरक्षा तैनात कर दी है. छात्र संगठनों के इस लड़ाई की वजह से विश्वविद्यालय का माहौल खराब हो रहा है. पढ़ाई करने के लिए यहां पहुंचने वाले छात्रों में भी डर का माहौल है. साथ ही यहां सवाल यह भी खड़ा होता है कि आखिर छात्र नेताओं के पास लड़ाई होते ही लोहे की रॉड और डंडे कहां से आ जाते हैं. यह विश्वविद्यालय प्रशासन और शिमला की स्मार्ट पुलिस पर भी बड़े सवाल खड़े करता है. सभी के मन में सवाल है कि विश्वविद्यालय पढ़ाई के लिए बना संस्थान है या लड़ाई के लिए बना अखाड़ा.


Himachal Pradesh Election 2022: एग्जिट पोल पर CM जयराम ठाकुर का बीजेपी की जीत का दावा, कांग्रेस- AAP को लेकर दिया ये बयान