Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. रविवार को हिमाचल प्रदेश पुलिस ने हाल के राज्यसभा चुनावों से संबंधित 'चुनावी अपराधों' और रिश्वत के लिए एक निर्दलीय विधायक और कांग्रेस के बागी नेता के पिता और अन्य के खिलाफ रविवार को मामला दर्ज किया था. वहीं अब कांग्रेस के बागी राजिंदर राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमला बोला है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि डराने और धमकाने से कुर्सी नहीं बचाई जा सकती है.


वहीं राजिंदर राणा ने सोमवार को एक फेसबुक पोस्ट में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम लिए बिना उन पर हमला बोलते हुए कहा, "असली योद्धा सामने से लड़ते हैं. कोई भी 'शहंशाह' डराने-धमकाने और झूठे मामले दर्ज करके अपनी कुर्सी नहीं बचा सकता. उन्होंने कहा कि समय केस दर्ज कराने वालों और करने वालों का हिसाब लेगा." राणा ने आगे कहा, "विधायकों का कारोबार बंद करना और मित्रों को लूटने की इजाजत देना, क्या ये व्यवस्था परिवर्तन है? उन्होंने यह तस्वीर पेश की. 


बता दें कि हमीरपुर के निर्दलीय विधायक के खिलाफ मामला आशीष शर्मा और गगरेट के अब अयोग्य विधायक चेतन्य शर्मा के पिता और अन्य के खिलाफ कांग्रेस विधायक संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था. आशीष और चेतन्य उन छह कांग्रेस बागियों और तीन निर्दलीय विधायकों में से हैं, जिन्होंने भाजपा उम्मीदवार हर्ष के पक्ष में मतदान किया था. हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में महाजन ने कहा, "कायरों की तरह पीछे से हमला करके लड़ाई नहीं जीती जाती."


वहीं इस घटनाक्रम पर अयोग्य विधायकों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. रविवार को राणा ने कहा, "इस रवैये के साथ, मुख्यमंत्री को भविष्य में परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए. अगर मुख्यमंत्री सोचते हैं कि वह झूठी शिकायतें दर्ज करके दिल जीत लेंगे, तो वह गलत हैं और दबाव की ये रणनीति मदद नहीं करेगी."


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