Bharuch: गुजरात (Gujarat)के भरूच (Bharuch) में 300 मुसलमानों (Muslims) ने बीजेपी (BJP) की सदस्यता ली है. इसमें से कई कांग्रेस (Congress) के नेता हैं. इन लोगों को बीजेपी  विधायक अरुण सिंह राना (Arun Singh Rana) ने केसरिया गमछा पहनाकर स्वागत किया. बीजेपी में शामिल होने वालों में भरूच के आसपास के कई गांवों के लोग शामिल हैं. इनमें कई सरपंच और उपसरपंच हैं. ये लोग बहुत पहले से कांग्रेस समर्थक थे. इस घटना पर कांग्रेस ने कहा है कि वो इसके पीछे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है.


बीजेपी में शामिल होने के बाद क्या कहा 


बीजेपी में शामिल होने वालों में बांबसुर गांव के सरपंच गुलाम पटेल भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, ''मैं रोमांचित हूं क्योंकि मुसलमान बीजेपी में शामिल होने के लिए हमसे संपर्क करने लगे हैं. भरूच क्षेत्र कांग्रेस का मजबूत गढ़ था. अब लोगों ने बीजेपी में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी है क्योंकि वे विकास चाहते हैं.''यह कार्यक्रम भी बांबसुर गांव में ही आयोजित किया गया. इसमें बीजेपी महासचिव दिग्विजय सिंह चुडासमा, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता सलीम खान पठान और मुस्तफा खोडा शामिल हुए.


अब बंबासुर गांव के मुख्यद्वार पर बीजेपी का झंडा टंगा है. बीजेपी में शामिल होने वालों में कई गांव के लोग  शामिल थे. इस अवसर पर बीजेपी विधायक राणा ने कहा कि बीजेपी का ध्येय है, 'सबका साथ, सबका विकास और सबका  विश्वास '. उन्होंने कहा कि अगर हमसे कोई संपर्क करता है तो हम उसका विकास करने के लिए तैयार हैं.


इस घटनाक्रम पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया


भरूच जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र- वाग्रा, भरूच, अंकलेश्वर, झागिडिया और जंबूसर. इसमें से किसी भी सीट का प्रतिनिधित्व कोई मुस्लिम नहीं करता है, जबकि कांग्रेस के संजयभाई सोलंकी ने 2017 के चुनाव में जंबूसर से चुनाव जीता था. वहीं भारतीय ट्राइबल पार्टी के छोटूभाई वासवा झागाड़िया सीट से जीते थे. वहीं अंकलेश्वर से बीजेपी के ईशवर पटेल, भरूच से दुष्यंत पटेल और वाग्रा से अरुसिन्ह राणा ने जीत दर्ज की थी.  


भरूच जिले के कांग्रेस अध्यक्ष परिमलसिंह राना ने अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा,''हमें पता चला है कि जिन लोगों ने बीजेपी की सदस्यता ली है, वो कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इसका कारण क्या है.हमने जिला कांग्रेस कमेटी में एक समिति का गठन किया है, जो कांग्रेस कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेगी. हम इसका कोई समाधान निकालेंगे.''


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