Rent Hike in Gurugram: अपन घरों की सहूलियत छोड़ नौकरी पाने के लिए देश का युवा कहीं और किसी और शहर में रहने को मजबूर है. पैसे कमाने के लिए भारत के बड़े शहरों जैसे बेंगलुरु, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली को लोगों ने घर से दूर अपना नया घर बना लिया है. हालांकि, यहां रहना भी अब आसान नहीं रहा. कुछ ही साल में बड़े शहरों में रहने का खर्च इतना ज्यादा बढ़ गया है कि लोग परेशान होने लगे हैं.


मैजिकब्रिक्स के फ्लैगशिप रेंटल अपडेट के अनुसार, देश के 13 प्रमुख शहरों के किराए में 17.4% की औसतन बढ़त देखी गई है. इसमें गुरुग्राम सबसे आगे है जहां, सालाना 31.3 फीसदी रेंट बढ़ा है. वहीं, दूसरे नंबर पर ग्रेटर नोएडा है जहां का किराया साल दर साल 30.4 प्रतिशत बढ़ रहा है. इसके बाद तीसरे नंबर पर आता है बेंगलुरु, जहां के रेंट में हर साल 23.1 परसेंट की बढ़त दर्ज की गई है. यह आंकड़ा साल 2023 के अक्टूबर-दिसंबर क्वॉर्टर का है. रिपोर्ट में यह भी देखा गया कि जुलाई और सितंबर 2023 के बीच 4.6 फीसदी की वृद्धि के बाद किराए में 1.6 प्रतिशत बढ़त आई है. 


इन वजहों से बढ़ रहे बड़े शहरों के किराये 
अंग्रेजी वेबसाइट फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मैजिकब्रिक्स के हेड ऑफ रिसर्च अभिषेक भद्र ने समझाया कि अचानक किराये में बढ़ोतरी की क्या वजह है. उन्होंने बताया कि साल 2023 में, फाइनेंशियल विस्तार, बढ़ती जॉब मार्केट, बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम और टियर 1 शहरों में बढ़ रहे प्रवास की वजह से किराये की में मांग भी काफी हद तक इजाफा हुआ है. हालांकि, इसके साथ ही रेंटल सप्लाई कम हो गई है. ऐसे में हो सकता है कि ब्याज दरें सप्लाई से ज्यादा हो गई हों.


2बीएचके सबसे ज्यादा डिमांड में
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मिलेनियल्स कहे जाने वाली जनरेशन यानी 18 से 34 साल की उम्र के लोगों से बढ़े किराये की मांग सबसे ज्यादा है, इनमें मिलेनियल्स की 67 फीसदी हिस्सेदारी है. वहीं, 2BHK सबसे ज्यादा डिमांड में हैं. इतना ही नहीं, रिपोर्ट के अनुसार 64 फीसदी किरायेदार पुरुष हैं और सबसे ज्यादा मांग में जो प्रॉपर्टी हैं, उनके रेट 10 हजार से लेकर 30 हजार के बीच में हैं. 


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