Indian Railway Loss: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को संसद में बताया कि इस साल किसानों और अन्य संगठनों के विरोध प्रदर्शन के कारण रेलवे को 36.87 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में रेल मंत्री ने बताया कि प्रदर्शन के कारण उत्तर रेलवे को इस अवधि में सबसे अधिक 22.58 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.


वैष्णव ने कहा कि पुलिस एवं कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है और रेलवे पर कानून-व्यवस्था बनाये रखने तथा अपराधों को रोकने, पंजीकरण एवं जांच करने के लिये राज्य सरकार जिम्मेदार हैं. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इन प्रयासों में सहायता करता है.


सरकार के पास नहीं है विरोध प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का रिकॉर्ड


दूसरी तरफ विपक्ष द्वारा उन किसानों के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग जारी है, जिन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर के विरोध के दौरान अपनी जान गंवाई हैं. इस सवाल के जवाब में कि क्या आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव है. सरकार ने कहा “कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के पास इस मामले में कोई रिकॉर्ड नहीं है और इसलिए सवाल ही नहीं उठता है”.


आपको बता दें कि तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का विधेयक संसद में पारित भी हो गया है. एक साल से चल रहे आंदोलन में अब किसानों के बीच आंदोलन खत्म करने को लेकर अलग-अलग राय सामने आने लगी है. इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि अगले महीने के अंत तक किसान आंदोलन खत्म हो जाएगा.


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