गुड़गांव में नमाज को लेकर चल रहे विवाद के बीच हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने रविवार को कहा कि धार्मिक आयोजन सिर्फ संबंधित धार्मिक स्थलों पर ही होने चाहिए. विज ने एक बयान में कहा कि, “सभी को अपने धार्मिक कार्यों को अपने धार्मिक स्थलों पर ही करना चाहिए. प्रशासन की अनुमति के बिना सड़कों पर इस तरह के आयोजनों से बचना चाहिए.”


विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज का किया था विरोध


बता दें कि विभिन्न दक्षिणपंथी संगठनों और कुछ स्थानीय निवासियों ने पिछले कुछ हफ्तों में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज का विरोध किया था. जिसके बाद गुड़गांव पुलिस ने शुक्रवार की नमाज को बाधित करने और अवरुद्ध करने के प्रयास के लिए दक्षिणपंथी संगठनों के सदस्यों सहित 26 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया था. वहीं इस शुक्रवार, स्थानीय संगठनों के ऑर्गेनाइजेशन ने सेक्टर 12 में नमाज स्थल पर गोवर्धन पूजा की. इसी दौरान एक वक्ता ने कहा कि जो लोग सार्वजनिक स्थान पर नमाज अदा करना चाहते हैं, उन्हें पाकिस्तान जाना चाहिए.


जिला प्रशासन ने 8 स्थलो पर नमाज की अनुमति वापस ले ली थी


पांच दिन पहले जिला प्रशासन ने 2018 में सहमत 37 स्थानों की सूची में से आठ स्थलों पर नमाज की अनुमति वापस ले ली थी. अधिकारियों ने कहा कि निर्णय "स्थानीय निवासियों और निवासी कल्याण संघों की आपत्तियों" के बाद ऐसा किया गया.


मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष ने अनुमति वापस लेने को बताया असंवैधानिक


वहीं इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक , मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष शहजाद खान ने नमाज के लिए अनुमति वापस लेने को "असंवैधानिक" कहा था. उन्होंने कहा कि “हम कहाँ नमाज़ अदा करेंगे? गुड़गांव में 5 लाख से अधिक मुसलमान हैं और नमाज अदा करने के लिए केवल 13 मस्जिदें हैं. '


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