Delhi News: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गुरुवार को स्कूल ऑफ लैंग्वेज के छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत कराते हुए कहा कि यह छात्रों के भविष्य से जुड़ा गंभीर विषय है और इस पर तत्काल निर्णय लिया जाए. 5 सूत्रीय मांगों को लेकर स्कूल ऑफ लैंग्वेज के छात्र अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अगुवाई में प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से उनकी बातों को सुनकर आवश्यक निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया.


क्या हैं वो 5 सूत्रीय मांगें?


जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के एबीवीपी इकाई मंत्री विकास पटेल ने एबीपी लाइव से बातचीत के दौरान कहा कि स्कूल ऑफ लैंग्वेज जेएनयू के छात्र अपनी आवश्यक मांगों को लेकर आज प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए हैं. इन मांगों में विशेष तौर पर सभी छात्रों के लिए रजिस्ट्रेशन, आईडियोलॉजिकल भेदभाव रहित शिक्षा व्यवस्था, सप्लीमेंट्री और री एग्जाम सुविधा, रीइवेलुएशन  और समय पर पाठ्यक्रम को पूरा कराने जैसे विषय शामिल हैं. पाठ्यक्रम पूरा करने से लेकर रजिस्ट्रेशन और सप्लीमेंट्री परीक्षाओं को लेकर छात्र काफी दिनों से परेशान हैं और यह छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ गंभीर मामला है. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन मांगों पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए .


डीन ने दिया 48 घंटे का वक्त


विकास पटेल ने बताया कि छात्रों ने आज अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन को अवगत कराया है जिसके बाद डीन शोभा शिवशंकर की तरफ से अगले एक-दो दिन में कुलपति से मिलकर, इन मांगों पर विचार कर आवश्यक निर्णय लेने के बारे में आश्वस्त किया गया है. हम अगले दो दिनों तक प्रशासन के आदेश का इंतजार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि प्रमुख मांगों पर तत्काल निर्णय लेते हुए छात्रों के भविष्य को सही दिशा दिखाने में मदद हो सकेगी.


ये भी पढ़ें:- सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ध्यान दें! अगर हुई यह चूक तो कट जाएगा स्कूल से आपका नाम