Cow Protection Law March: आध्यात्मिक गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अपने अनुयायियों के साथ गोरक्षा के लिए संसद की ओर मार्च करने के लिए दिल्ली में हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि 100 करोड़ सनातन धर्मियों की ओर से हम भारत की संसद के उस कोने में खड़े होने जा रहे हैं, जिस कोने में 1966 में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून की मांग करने गए लोगों पर उस समय की केंद्रीय सरकार ने गोली चलवा दी थी. आज हमारे लिए एक बड़ा दिन है. एक बड़े निर्णायक गो रक्षा आंदोलन के लिए आज हम लोग संकल्पबद होने जा रहे हैं.


शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि हमारे साथ 1000 से अधिक लोग हैं. सब चाहते हैं कि हमको भी वहां जाने का मौका मिले. हम भी संकल्पबद होना चाहते हैं. लेकिन, दिल्ली की पुलिस कह रही है कि किसी भी हालत में हम नहीं जाने देंगे. हम लोगों ने टकराव का रास्ता छोड़ा है. वे कह रहे हैं, लेकिन केवल 20 लोगों को वहां जाने की अनुमति दी गई है.


अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि जिस समय हम लाखों की संख्या में इक्ट्ठा होंगे, उस समय कैसे रोकोगे. अभी हम संकल्प लेने के लिए जा रहे हैं, इसलिए हमने मान लिया है. कानून की मांग एक लंबा रास्ता है, लेकिन हम उसको तय करेंगे. पूरा देश जब खड़ा हो जाएगा, तो सरकार तो देश के लोगों से ही बनती है न तो वो बिगड़ भी जाती है. 


भाई-कसाई की पार्टियों की घोषणा होगी कल
इसके साथ शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि भाई-कसाई की पार्टियों की घोषणा हम कल करेंगे. उसकी सूची बनाई जा रही है. जिन सरकारों के सत्ता काल में गाय मारी गई है, वो स्वाभाविक रूप से कसाई पार्टियां होंगी. इसके अलावा जो इस बारे में स्पष्ट उद्भोष नहीं कर रही है वो भी कसाई पार्टियां होंगी. वहीं जो पार्टियां कहेंगी कि हम गाय को माता का दर्जा देते हैं और मानते हैं तो वो भाई पार्टियां होंगी. अगर सत्ता मिलेगी तो हम दिशा में काम करेंगे तो वो भाई पार्टियां होंगी. जिस भी पार्टी की सत्ता आएगी, उसके सामने देश के लोग खड़े होंगे.


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